CTET Level -2 (09 June 2024)
Question 1:
Being prejudiced towards someone implies:
किसी के प्रति पूर्वाग्रही होने का अर्थ है :
A. to judge them negatively. उन्हें नकारात्मक रूप से देखना ।
B. To consider them superior. उन्हें उत्तम (श्रेष्ठ) मानना ।
C. to disrespect those who are different. जो लोग भिन्न हैं उनका अनादर करना ।
D. To discriminate against members of a group. समूह के सदस्यों के विरुद्ध भेदभाव करना।
Choose the correct option: सही विकल्प का चयन कीजिए
Question 2:
A alone can complete a piece of work in 12 days, while B alone can complete the same work in 15 days. With the help of C, they can finish the same work in 5 days. If they are paid ₹2,880 for the whole work, what will be C's share in it?
A अकेले एक कार्य को 12 दिन में पूरा कर सकता है, जबकि B अकेले उसी कार्य को 15 दिन में पूरा कर सकता है C की मदद से, वे उसी कार्य को 5 दिन में पूरा कर सकते है। यदि उन्हें पूरे कार्य के लिए ₹2,880 का भुगतान किया जाता है, तो उसमें C का हिस्सा कितना होगा?
Question 3:
major aim of teaching -learning poetry is _________.
Question 4:
A teacher wants to conduct an activity "Three step Interview" in the class and for that she asks the students to work in pairs. In the first step one student is interviewer and other is interviewee. In the second step, students reverse their roles. In third step each share with her/his partner what she/he learned during the two interviews. Here the teacher is conducting ___________.
Question 5:
Various types of pollutant gases are emitted from petrol and diesel based vehicles, the main ones among these gases are-
पेट्रोल तथा डीजल आधारित वाहनों से विभिन्न प्रकार की प्रदूषक गैसें निकलती हैं, इन गैसों में मुख्य हैं-
1. कार्बन डाइऑक्साइड Carbon dioxide
2. कार्बन मोनोऑक्साइड Carbon monoxide
3. नाइट्रोजन के ऑक्साइड Oxides of nitrogen
4. क्लोरोफ्लोरो कार्बन Chlorofluorocarbons
Question 6:
Consider the following statements with reference to the depletion of ozone layer:
ओजोन परत के क्षय के संदर्भ में निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिये :
1. ओजोन परत में अवक्षय का मुख्य कारण, क्लोरोफ्लोरो कार्बन यौगिकों (CFCs) का उत्सर्जन है। The main cause of depletion of ozone layer is the emission of chlorofluorocarbon compounds (CFCs).
2. ओज़ोन परत के क्षय के साथ अधिकाधिक पराबैंगनी विकिरण आयनमंडल में छनित होता है। With the depletion of ozone layer, more and more ultraviolet radiation is filtered into the ionosphere.
Which of the above statements is/are correct?
उपर्युक्त कथनों में से कौन-सा/से सही है/हैं?
Question 7:
The 'Cultural capital' of a student consists of:
एक विद्यार्थी की 'सांस्कृतिक पूँजी' बनी होती है:
Question 8:
निर्देश : निम्नलिखित काव्यांश को पढ़कर पूछे गए प्रश्नों के सही/सबसे उपयुक्त उत्तर वाले विकल्प को चुनिए ।
बहुत दिनों से सोच रहा था, थोड़ी धरती पाऊँ
उस धरती में बाग बगीचा, जो हो सके लगाऊँ ।
खिलें फूल - फल, चिड़ियाँ बोलें, प्यारी खुशबू डोले,
ताजी हवा जलाशय में अपना हर अंग भिगो ले। हो सकता है पास तुम्हारे, अपनी कुछ धरती हो
फूल - फल लदे अपने उपवन हों, अपनी परती धरती हो ।
हो सकता है छोटी-सी क्यारी हो, महक रही हो
छोटी-सी खेती हो जो फसलों से दहक रही हों
यदि लेखक के पास थोड़ी-सी धरती होती, तो वह क्या नहीं करता?
Question 9:
Which among the following would be an example of diversity with equality?
निम्नलिखित में से क्या समानता के साथ विविधता का एक उदाहरण होगा ?
Question 10:
अधोलिखितं गद्यांशं पठित्वा प्रश्नानां विकल्पात्मकोत्तरेभ्यः उचिततमम् उत्तरं चित्वा लिखत-
एकः धार्मिकः सत्सङ्गानुरागी राजा आसीत् । सः दूर- दूरात् सांधून् महात्मनः आहूय तेभ्यः ज्ञानोपदेशं शृणोति तानि धनादि-प्रदानेन सम्मानयति स्म ।
एकदा एकः महात्मा ततः दान दक्षिणाम् आदाय परावर्तमानः कैश्चित् दस्युभिः दृष्टिः । ते दस्यवः तस्य साधोः हस्तौ कर्तयित्वा दान-दक्षिणाम् अच्छिद्य च पलायितवन्तः।
कतिपय मासान्तरं सः एव महात्मा राज्ञा पुनरपि भगवच्चर्चायै आहूतः । अस्मिन् वारे दस्तवः अति साधु- वेषं धृत्वा तस्मिन् राजकीये सत्सङ्गे समुपस्थिताः । तान् दृष्ट्वा कृत्त - हस्तः महात्मा राजानं कथितवान् "महाराज! इमे साधवः मम ज्ञानिनः सुहृदः सन्ति । इमे अवश्यं सम्माननीयाः । " राजा तान् अपूजयतु, एकां बृहत धन-पेटिकां च तेषाम् आवासे प्रापयितुं स्वकीयम् एकं कर्मचारिणं प्रेषितवान् ।
मार्गे कर्मचारी तान् साधून् अपृच्छत् - "कथ्यताम् महात्मा कथं जनाति? कथम् असौ भवद्भ्यः इदं धनम् अदापयत् ?'' साधवः उदतरन् -" सः मृत्युमुखे आसीत्। वयम् एव तं मृत्योः अमोचयाम । हस्तौ एक तस्य कर्त्तितौ अभवताम् । अतः एव उपकारकान् अस्मान् सः महाराजेन सममानयत्। "
पृथ्वी माता तेषाम् इमां निराधार वार्त्ता न असहत । सा व्यदीर्यत । तत्र एवं ते व्यलीयन्त । विस्मितः कर्मचारी राजानम् उपगत्य सर्वां घटनाम् अश्रावयत् । कृत्त- हस्तः महात्मा अपि तदा तत्र एव आसीत् । सः अपि तैः साधुभिः सह दुर्घटितां घटनाम् आकर्ण्य अतीव दुःखितः अभवत्, उच्चैः उच्चैः रोदितुं प्रावर्त्तत च ।
किन्तु आश्चर्यं ! महत् आश्चर्यम् !! तदा एवं सः महात्मा पुनः उत्पन्न - हस्तः अजायत । राजा तद् एतद् दृष्ट्वा रहस्यम् एतस्य कथयितुं महात्मानं प्रार्थितवान् । महात्मा अकथयत्- "राजन् ! सत्यम् एव ते साधवः मम सुहृदः सन्ति । भवद्भ्यः धन-ग्रहीतारौ हस्तौ छित्वा ते माम् उपकृतवन्तः एव । किन्तु भगवत्कृपया तो पुनर् अपिंत उत्पन्नौ । भम एव कारणने ते पृथिव्यां व्यलीयन्त । मम एव कारणेन तेषां सुहृदां वियोगेन अहम् इदानीं भृशं दुःखी सञ्चातः विलयामि च " इति ।
महात्मा कै दृष्टः ?