Read the following statement (A) and (R) and choose the correct option.
निम्नलिखित कथनों (A) और (R) को पढ़िए तथा सही विकल्प का चयन कीजिए ।
Assertion (A) : About 2500 years ago, some Janapadas became more important than others and were known as Mahajanapadas. अभिकथन (A) : लगभग 2500 वर्ष पहले, कुछ जनपद दूसरों की तुलना में अधिक महत्वपूर्ण हो गए और इन्हें महाजनपद कहा जाने लगा।
Reason (R) : Proper fortification was done, armies were raised and a proper taxation system was put in place to maintain the armies.
कारण (R) : सही तरीके से किलेबंदी की गई, सेनाएँ खड़ी की गई और सेनाओं के रखरखाव के लिए एक सही कर प्रणाली (व्यवस्था) लागू की गई।
Options / विकल्प :
Both (A) and (R) are true and (R) is the correct explanation of (A)/(A) और (R) दोनों सही हैं तथा (R), (A) की सही व्याख्या है।
Both (A) and (R) are true and (R) is Not correct explanation of (A) / (A) और (R) दोनों सही हैं तथा (R), (A) की सही व्याख्या नहीं है।
(A) is false but (R) is true./ (A) गलत है परन्तु (R) सही है ।
(A) is true but (R) is false. / (A) सही है परन्तु (R) गलत है।
प्राचीन भारत में जनपद धीरे-धीरे शक्तिशाली होकर महाजनपद का स्वरूप ग्रहण कर लिए इन्होने सही तरीके से किले बड़ी की बढ़ी सेनाओं का गठन किया आस-पास के क्षेत्रों को विजित किया और सेनाओं के रखरखाव के लिए एक सही कर प्रणाली लागू गई तथा नवीन प्रशासनिक व्यवस्था की स्थापना की गई। अतः (A) और (R) दोनों सत्य है और (R), (A) की सही व्याख्या करता हैं।
Question 2:
Children's 'private speech' play an important role in cognitive development because it helps in guiding & regulating self-thinking. This concept is supported by:
बालक एवं बालिकाओं की 'निजी भाषा' संज्ञानात्मक विकास में महत्वपूर्ण भूमिका रखती है क्योंकि व स्व चिन्तन को निर्देषित एवं नियंत्रित करती है। इस प्रत्यय के समर्थक है :
Lev Vygotsky / लेव वायगोत्स्की
Noam Chomsky / नोम चौम्स्की
Jerome Bruner / जिरोम ब्रूनर
Jean Piaget / जीन पियाजे
बालक एवं बालिकाओं की 'निजी भाषा' संज्ञानात्मक विकास में महत्वपूर्ण भूमिका रखती है क्योंकि वे स्व चिन्तन को निर्देषित एवं नियंत्रित करती है।
इस प्रत्यय के समर्थक लेव वायगोत्स्की है। बच्चे आत्म- मार्गदर्शन और आत्म-निर्देशन के लिए निजी भाषा का प्रयोग करते हैं।
Question 3:
major aim of teaching -learning poetry is _________.
Learning vocabulary and grammar
Language learning
enjoyment and appreciation
Learning the art of writing poetry
The major aim of teaching poetry is enjoyment and appreciation. Poetry has tremendous appeal for children and it is the best way of exciting their love of the language. It lays the foundation for the appreciation of the beauty of the language. It enables students to enjoy recitation in individual and chorus.
Therefore, option (a) is correct.
Question 4:
Films that represent tribals only as people wearing colourful costumes and dancing in groups, may lead to:
फिल्में जो जनजातीय लोगों को केवल रंगीन पोशाकें पहने हुए एवं समूहों में नृत्य करते हुए दिखाती हैं, के क्या परिणाम हो सकते हैं?
promoting sale of forest products and tribal craft. / वन-उत्पादों और हस्तकला की बिक्री का प्रोत्साहन ।
demonstrating the cultural diversity of tribes. / जनजातियों की सांस्कृतिक विविधता का प्रदर्शन ।
creating stereotypes of tribals. /जनजातियों के प्रति रूढ़िबद्ध धारणा बनाना ।
attracting the world to the plight of the adivasis./आदिवासियों की दुर्दशा की ओर विश्व का ध्यान आकर्षित करना ।
फिल्में जो जनजातीय लोगों को केवल रंगीन पोशाकें पहने हुए एवं समूहों में नृत्य करते हुए दिखाती हैं, इसका परिणाम जनजातियों के प्रति रूढ़िबद्ध बनाना हो सकता है। अगर शिक्षक छात्र रूढ़ियों को तोड़ना या चुनौती देना चाहते हैं, तो वे पुरुष भरतनाट्यम नर्तकियों का उपयोग कर सकते हैं क्योंकि छात्र केवल यह सोचते हैं कि केवल महिला नर्तक होती है।
Question 5:
The basic purpose of teaching social sciences at school level is to make students ________.
स्कूली स्तर पर सामाजिक विज्ञान के शिक्षण के आधारभूत उद्देश्य को विद्यार्थियों कोः
(A) informed and rational/ जानकार और तार्किक बनाना
(B) professional / पेशेवर बनाना
(C) politically proactive / राजनीतिक रूप से अति सक्रिय बनाना
(D) socially active / सामाजिक रूप से सक्रिय बनाना
Choose the appropriate option/ उपयुक्त विकल्प का चयन कीजिए।
(A), (B) and (C)/(A), (B) और (C)
(B), (C) and (D)/(B), (C) और (D)
(A), (B) and (D)/(A), (B) और (D)
(A), (C) and (D) / (A), (C) और (D)
स्कूली स्तर पर सामाजिक विज्ञान के शिक्षण के आधारभूत उद्देश्य विद्यार्थियों को जानकार और तार्किक बनाना, पेशेवर बनाना तथा सामाजिक रूप से सक्रिय बनाना है। सामजिक अध्ययन छात्रों को अपनी जीवन क्रियाओं को जानने-परखने में भी सहयोग देता है। जब छात्र अध्ययन करेगे तब उनमें विभिन्न व्यवसायों तथा उनकी योग्यताओं का ज्ञान हो जाएगा जो छात्रों की रुचि को निर्धारित करेगा ।
Question 6:
The course of development of children is:
बच्चों के विकास की प्रक्रिया किस प्रकार की होती है?
Uniform and disorderly / एकसमान और अव्यवस्थित
Individualistic and disorderly / व्यक्तिगत व अव्यवस्थित
Uniform and orderly / एकसमान और क्रमानुसार
Individualistic and sequential / व्यक्तिगत व क्रमानुसार
प्रत्येक बच्चा विशिष्ट होता है और प्रत्येक बच्चे की योग्यताएँ एवं क्षमताएँ एक-दूसरे से भिन्न होती हैं तथा विकास एक क्रम में सामान्य से विशिष्ट की ओर होता है। बच्चों के विकास की प्रक्रिया गर्भावस्था से प्रारंभ होती है और जीवन पर्यंत तक चलती रहती है। इसलिए कहा जा सकता है कि बच्चों के विकास की प्रक्रिया भिन्न-भिन्न एवं व्यक्तिगत व क्रमानुसार होती है ।
Question 7:
A alone can complete a piece of work in 12 days, while B alone can complete the same work in 15 days. With the help of C, they can finish the same work in 5 days. If they are paid ₹2,880 for the whole work, what will be C's share in it?
A अकेले एक कार्य को 12 दिन में पूरा कर सकता है, जबकि B अकेले उसी कार्य को 15 दिन में पूरा कर सकता है C की मदद से, वे उसी कार्य को 5 दिन में पूरा कर सकते है। यदि उन्हें पूरे कार्य के लिए ₹2,880 का भुगतान किया जाता है, तो उसमें C का हिस्सा कितना होगा?
Should be connected to the real life experiences of the students. / विद्यार्थियों के निजी जीवन के अनुभवों से जोड़ा जाना चाहिए।
Should be delivered via lecture method / व्याख्यान विधि से प्रस्तुत किया जाना चाहिए ।
Should be presented in disconnected chunks. / विभाजित टुकड़ों में प्रस्तुत किया जाना चाहिए।
Should be very challenging and much above the learning level of students / बेहद चुनौतीपूर्ण होना चाहिए जिससे वह विद्यार्थियों की सीखने के स्तर से बहुत ज्यादा हो।
सीखने को प्रभावशाली बनाने के लिए विषयवस्तु को विद्यार्थियों के निजी जीवन के अनुभवों से जोड़ा जाना चाहिए। ऐसा करने से विद्यार्थी अधिगम कार्य आनंदमय व रूचिपूर्ण ढंग से कर पाते है व इसके द्वारा विद्यार्थियों को विषयवस्तु को खुद के जीवन से जोड़कर समझने में सहजता होती है और वे सीखी गई अवधारणा को लम्बे समय तक धारण कर पाने में सक्षम होते हैं। यह अधिगम के लिए तैयार करने की एक सकारात्मक और मनोवैज्ञानिक पहल है जो छात्रों में जानकारी का जुड़ाव एवं संबंध बनाने में सहायक है ।