gross motor skills; fine muscles / स्थूल गतिक कौशल, सूक्ष्म मांसपेशियों के इस्तेमाल
fine motor skills; gross muscles / सूक्ष्म गतिक कौशल; स्थूल मांसपेशियों के इस्तेमाल
शारीरिक विकास के संदर्भ में, बच्चें स्थूल गतिक कौशल पहले हासिल करते हैं फिर सूक्ष्म मांसपेशियों के इस्तेमाल के कौशल सीखते हैं।
स्थूल गतिक कौशल आमतौर पर बच्चे के गत्यात्मक विकास के हिस्से के रूप में शैशवावस्था और प्रारम्भिक बाल्यावस्था के दौरान हासिल की जाने वाली क्षमताएँ हैं । जैसे- खड़े होना, चलना, दौड़ना, कूदना, सीढ़ियाँ चढ़ना आदि ।
सूक्ष्म गतिक कौशल छोटे मांसपेशीय गतियों के समन्वय को संदर्भित करता है जो शरीर के विभिन्न अंगों में होता है। जैसे- उंगलियों / अंगूठे का प्रयोग, रेत में पैर की अंगुलियों को हिलाना आदि ।
Question 2:
According to Lawrence Kohlberg, at which stage does satisfaction of personal needs determines moral choice?
लारेंस कोहलबर्ग के अनुसार, किस स्तर पर व्यक्तिगत आवश्यकताओं की संतुष्टि नैतिक चयन को निर्धारित करती है?
किसी व्यक्ति की सही और गलत, विवेक, नैतिक और धार्मिक मूल्यों, सामाजिक दृष्टिकोण और व्यवहार की अवधारणाओं के क्रमिक गठन को नैतिक विकास कहा जाता है। नैतिक व्यवहार जन्मजात नहीं होता है, बल्कि इसे सामाजिक परिवेश से सीखा या अर्जित किया जाता है। लारेंस कोहलबर्ग के अनुसार, विनिमय उद्देश्य अभिविन्यास स्तर पर व्यक्तिगत आवश्यकताओं की संतुष्टि नैतिक चयन को निर्धारित करती है। लारेंस कोहलबर्ग द्वारा 1958 में नैतिक विकास सिद्धान्त प्रस्तावित किया था, जिसे इन्होंने 3 स्तरों तथा 6 चरणों में वर्गीकृत किया था, ये चरण निम्न हैं
चरण 1. सजा व आज्ञापालन अभिविन्यास
चरण 2. विनिमय उद्देश्य अभिविन्यास
चरण 3. अच्छा लड़का अच्छी लड़की अभिविन्यास
चरण 4. कानून और व्यवस्था अभिविन्यास
चरण 5. सामाजिक अनुबंध, कानूनी अभिविन्यास
चरण 6. सार्वभौमिक नैतिक सिद्धान्त अभिविन्यास
Question 3:
According to Jean Piaget, children in concrete operational stage can think logically but have difficulty in :
जीन पियाजे के अनुसार मूर्त संक्रियात्मक अवस्था में बच्चे तर्कपूर्ण ढंग से सोच पाते हैं पर उन्हें _________ में कठिनाई आती है।
Tasks of seriation / क्रमबद्धता के कार्य
Symbolic representation / प्रतिकात्मक प्रतिनिधित्व
जीन पियाजे के अनुसार मूर्त संक्रियात्मक अवस्था में बच्चे तर्कपूर्ण ढंग से सोच पाते हैं पर उन्हें 'परिकल्पित निगमनात्मक तर्क में कठिनाई आती है। मूर्त संक्रियात्मक अवस्था में बच्चे संबंधपरक शब्दों को समझने और उनसे संबंधित होने में सक्षम होते हैं । समय, आकार, स्थान और दूरी जैसे सम्बन्धपरक शब्द इस अवस्था में अधिक आसानी से समझे जाते हैं और अवधारणा बनाते है। परिकल्पित निगमनात्मक तर्क अमूर्त संक्रियात्मक अवस्था के दौरान विकसित हो जाते हैं। जिनसे बालक किसी समस्या का समाधान आसानी से कर लेता है ।
Question 4:
The abilities in __________ include manipulating images, graphic skills, and reasoning - anything that would include more than two dimension.
कौन सी बुद्धि में शामिल हैं- बिम्बों को कुशलतापूर्वक संचलन करने की क्षमता, आलेख के कौशल और तर्क- उनका जिनके दो से अधिक विमितियाँ हैं?
Bodily - kinaesthetic intelligence /शारीरिक - गति संवेदनात्मक बुद्धि
बिम्बो को कुशलतापूर्वक संचालन करने की क्षमता, आलेख के कौशल और तर्क उनका जिनके दो से अधिक विमितियाँ हो ये सभी गार्डनर द्वारा प्रतिपादित 'स्थानिक बुद्धि (Spatial Intelligence) के अन्तर्गत आती है । स्थानिक बुद्धि स्थानिक और दृश्य जानकारी को प्रभावी ढंग से देखने, समझने और उपयोग करने की क्षमता है। ऐसे लोग स्थानिक अभिविन्यास में अच्छे होते हैं, दृश्य चित्र और पैटर्न बनाते हैं। अंतः वैयक्तिक बुद्धि से तात्पर्य दूसरों को समझने की क्षमता और सामाजिक अंतः क्रियाओं से है इंजीनियर, वैज्ञानिक, आर्किटेक्ट और कलाकार उनमें से हैं जिन्हें गार्डनर उच्च स्थानिक बुद्धि वाले के रूप में देखते हैं ।
Question 5:
To cater to diversity in his classroom a teacher needs to:
अपनी कक्षा में विविधता के समायोजन के लिए एक शिक्षक कोः
Label the children on the basis of their parents occupation. / बच्चों को उनके माता-पिता के व्यवसाय के आधार पर नामीकरण करना चाहिए।
Give uniform instruction and disregard individual differences / समान निर्देश देने चाहिए और व्यक्तिगत मतभेदों की अवहेलना करनी चाहिए ।
Disregard the social context of the students completely. / छात्रों के सामाजिक संदर्भ की पूरी तरह से अवहेलना करनी चाहिए ।
Be sensitive to the socio-cultural background of the students. / छात्रों की सामाजिक-सांस्कृतिक पृष्ठभूमि के प्रति संवेदनशीन रहना चाहिए ।
कक्षा में विविधता से तात्पर्य छात्रों में सामूहिक भिन्नता से है, ये भिन्नताएँ जो एक समूह से दूसरे को पृथक करती है। यह भिन्नताएँ संस्कृति, भाषा, लिंग, धर्म, शारीरिक संरचना, सामाजिक एवं आर्थिक स्तर, पारिवारिक संरचना, योग्यताएँ, मूल्यों एवं मान्यताओं से संबंधित हो सकती है। इसमें शिक्षक की काफी महत्वपूर्ण भूमिका होती है, वह अपनी कक्षा में विविधता के समायोजन के लिए निम्नलिखित कार्य करता है-
* छात्रों की सामाजिक-सांस्कृतिक पृष्ठभूमि के प्रति संवेदनशील रहना चाहिए।
* बच्चों को शिक्षा के अलावा सह- शैक्षिक गतिविधियों में संलग्न
करना ।
* एक शास्त्रीय संसाधन के रूप में बच्चों की सामाजिक-सांस्कृतिक और पृष्ठभूमि शिक्षा का उपयोग करना ।
* विभिन्न शिक्षण शैलियों को समायोजित करके ।
* विभिन्न शिक्षण शैलियों और संसाधनों का उपयोग करके सीखने में विविधता लाना ।
Question 6:
_________ refers to the process of predetermined unfolding of genetic dispositions /
आनुवंशिक स्वभाव के पूर्व निर्धारित प्रकटीकरण की प्रक्रिया को संदर्भित करता है
Socalisation / सामाजीकरण
Adaptation / अनुकूलन
Scaffolding / पाड़
Maturation / परिपक्वता
प्रकृति किसी के आनुवंशिक शृंगार को संदर्भित करती है । यह उन लक्षणों, क्षमताओं और योग्यताओं को संदर्भित करती है जो किसी के माता-पिता से विरासत में मिली है। यह किसी भी कारक को शामिल करती है जो आनुवंशिक जानकारी के पूर्व- निर्धारित प्रकटीकरण द्वारा उत्पन्न होता है - इस प्रक्रिया को परिपक्वता के रूप में जाना जाता हैं। परिपक्वता का तात्पर्य आनुवांशिक वंशानुक्रम के कारण किसी व्यक्ति में मौजूद लक्षणों या संभावनाओं के प्रकट होने या क्रमिक रूप से खुलने से हैं। यह आनुवंशिक रूप से जो कुछ भी हैं उसका शुद्ध परिणाम हैं।
Question 7:
Neha resists eating sweets her mother has got for guests because she might get caught. According to Kohlberg's theory Neha is at which stage of moral development.
नेहा खुद को अपनी माँ द्वारा लाई मिठाई जो मेहमानों के लिए है, खाने से रोकती है यह सोचकर कि खाने से वह पकड़ी जा सकती है । कोहलबर्ग के सिद्धांत के अनुसार नेहा नैतिक विकास की किस अवस्था में हैं?
Good boy-good girl orientation / अच्छा लड़का अच्छी लड़की अभिविन्यास
Punishment and obedience orientation / सजा और आज्ञाकारिता अभिविन्यास
Punishment and obedience orientation / सजा और आज्ञाकारिता अभिविन्यास
कोहलबर्ग ने तीन चरणों या नैतिक तर्क के स्तरों की पहचान की
(1) Pre-Coventional (पूर्व - पारंपरिक)
(2) Conventional (पारंपरिक)
(3) Post - Conventional (उत्तर-पारंपरिक)
जिसमें प्रत्येक को दो चरणों में विभाजित किया गया हैं । दिये गये प्रश्न में, नेहा खुद को अपनी माँ द्वारा लाई मिठाई जो मेहमानों के लिए है, खाने से रोकती है यह सोचकर कि खाने से वह पकड़ी जा सकती हैं। कोहलबर्ग के सिद्धांत के
अनुसार नेहा नैतिक विकास की सजा और आज्ञाकारितां अभिविन्यास अवस्था में हैं।
सजा और अज्ञाकारिता अभिविन्यास, पूर्व- पारंपरिक स्तर के नैतिक विकास के किसी के भीतर परिणामों से निर्धारित होता है चाहे वह अच्छा हो या बुरा। दंड से बचना और प्राधिकारी के सामने झुकना सकारात्मक रूप से मूल्यवान हैं।
Question 8:
Which of the following is an important aspect related to assessment for learning?
सीखने के लिए मूल्यांकन का एक महत्वपूर्ण पहलू क्या है?
It helps teachers to identify children who are mentally retarded / यह शिक्षकों को मानसिक मंदबुद्धि वाले बच्चों को पहचानने में मदद करता है
It serves to observe changes in learning progress over time / यह सीखने में होने वाले बदलाव का अवलोकन करता है
It does not identify individual and specific needs of all children / यह बच्चों की व्यक्तिगत व विशिष्ट जरूरतों को नहीं पहचानता
Single strategy of assessment can provide complete information about a child's progress and learning / मूल्यांकन की किसी एक ही रणनीति से बच्चे की प्रगति व अधिगम की सम्पूर्ण जानकारी का पता किया जा सकता है
मूल्यांकन सीखने की प्रक्रिया में सुधार के उद्देश्य के लिए जानकारी एकत्र करने, प्राप्त करने और उपयोग करने की एक प्रक्रिया हैं।
* मूल्यांकन छात्र के सीखने की क्षमता का निर्णय लेने के लिए जानकारी एकत्र करने का एक व्यवस्थित तरीका हैं
* सीखने के लिए मूल्यांकन का एक महत्वपूर्ण पहलू सीखने में होने वाले बदलाव का अवलोकन करने से हैं।
* इस मूल्यांकन में, शिक्षण और सीखने की प्रक्रिया के दौरान बच्चे की प्रगति की निगरानी करें।
* उनकी सीखने की जरूरतों को जानने और उचित रणनीति का चयन करके अंतर को भरने में मदद करता हैं ।
Question 9:
The course of development of children is:
बच्चों के विकास की प्रक्रिया किस प्रकार की होती है?
Uniform and disorderly / एकसमान और अव्यवस्थित
Uniform and orderly / एकसमान और क्रमानुसार
Individualistic and disorderly / व्यक्तिगत व अव्यवस्थित
Individualistic and sequential / व्यक्तिगत व क्रमानुसार
प्रत्येक बच्चा विशिष्ट होता है और प्रत्येक बच्चे की योग्यताएँ एवं क्षमताएँ एक-दूसरे से भिन्न होती हैं तथा विकास एक क्रम में सामान्य से विशिष्ट की ओर होता है। बच्चों के विकास की प्रक्रिया गर्भावस्था से प्रारंभ होती है और जीवन पर्यंत तक चलती रहती है। इसलिए कहा जा सकता है कि बच्चों के विकास की प्रक्रिया भिन्न-भिन्न एवं व्यक्तिगत व क्रमानुसार होती है ।
Question 10:
Socialisation of children is:
बच्चों का सामाजीकरण -
A simple and linear process. / एक सरल और रैखिक प्रक्रिया है।
An orderly and well laid out process / एक व्यवस्थित और सुव्यवस्थित प्रक्रिया है ।
Is a complex and multidimensional process / एक जटिल और बहु आयामी प्रक्रिया है ।
A fixed and static process / एक निश्चित और स्थिर प्रक्रिया है ।
बच्चों का सामाजीकरण एक जटिल प्रक्रिया है जिसमें बहुत सी संस्थाएँ और कई कारक बच्चों के उनके जीवन के दौरान बहुत बार प्रभावित करती हैं। इसके साथ ही सामाजीकरण बहु आयामी भी होता है क्योंकि प्राथमिक सामाजीकरण के रूप में परिवार, घर, पास-पड़ोस आदि तथा द्वितीयक सामाजीकरण के रूप में विद्यालय, धर्म - मीडिया आदि बहुत से स्त्रोतों से बच्चा प्रभावित होता है ।