For which of the following concepts the use of Tangrams as Teaching - learning Material (TLM) is least effective ?
निम्नलिखित में से किस अवधारणा के लिए टैनग्राम का उपयोग शिक्षण-अधिगम सामग्री (TLM) के रूप में सबसे कम प्रभावकारी है ?
Shapes and space / आकृतियाँ और दिक्स्थान
Visualization / दृश्यीकरण
Spatial reasoning / दिक्स्थान संबंधी विवेचन
Number sense / संख्या बोध
टैनग्राम का उपयोग (T.L.M.) के रूप में स्थानिक तर्क को विकसित करने के लिए और आकार, आकृति, सर्वांगसमता, समानता, क्षेत्रफल, परिमाप और बहुभुजों के गुनों सहित अंशों विभिन्न प्रकार की ज्यामितीय अवधारणाओं को समझने के लिए उपयोगी है।
अतः संख्या बोध का उपयोग टैनग्राम शिक्षण अधिगम सामग्री | (T.L.M.) के रूप में सबसे कम प्रभावी है ।
Question 2:
By giving tests / टेस्ट देकर
Using concrete fractions models to depict the above situation/उपर्युक्त परिस्थिति को दर्शाने के लिए भिन्न के मूर्त प्रतिरूप (मॉडल) का उपयोग करके
Teaching students how to find the LCM विद्यार्थियों को यह बताना कि लघुत्तम समापवर्त्य (LCM) कैसे ज्ञात करते हैं।
Giving similar problems for practice / अभ्यास के लिए इसी प्रकार की समस्याएँ देकर
Question 3:
Which among the following is not desirable purpose of classroom assessment at primary level?
प्राथमिक स्तर पर कक्षायी आकलन का, निम्नलिखित में से क्या एक वांछित उद्देश्य नहीं है ?
To provide feedback to the learners. शिक्षार्थियों को प्रतिपुष्टि प्रदान करना ।
To compare learners performance with each other.
शिक्षार्थियों के प्रदर्शन की तुलना एक-दूसरे से करना ।
To improve the teaching - learning activities.
शिक्षण-अधिगम क्रियाकलाओं में सुधार करना ।
To motivate students for active participation in the classroom activities
कक्षायी क्रियाकलाओं में सक्रिय रूप से भाग लेने के लिए विद्यार्थियों को प्रोत्साहित करना ।
प्राथमिक स्तर पर कक्षायी आकलन का वांछित उद्देश्य निम्नलिखित है-
(i) शिक्षार्थियों को प्रतिपुष्टि प्रदान करना ।
(ii) शिक्षण अधिगम क्रियाकलापों में सुधार करना ।
(iii) कक्षायी क्रियाकलापों में सक्रिय रूप से भाग लेने के लिए विद्यार्थियों को प्रोत्साहित करना।.
अतः शिक्षार्थियों के प्रदर्शन की तुलना एक दूसरे से करना प्राथमिक स्तर पर कक्षीय आकलन का उद्देश्य नहीं है ।
Question 4:
Harjyot realizes that square is both a rhombus and a rectangle. He is at which level of Van Hiele's geometric thinking ?
हरज्योत को लगता है कि वर्ग, एक समचतुर्भुज और एक आयत दोनों ही है। वह वैन हैले के ज्यामितीय चिंतन के किस स्तर पर है?
Level 2 (Relationships)/स्तर 2 (सम्बद्धता)
Both level 0 and 1 / स्तर 0 और 1 दोनों हीं
Level 1 (Analysis) / स्तर 1 (विश्लेषण)
Level 0 (Visualisation) / स्तर 0 (दृश्यीकरण)
वैन हैले ने ज्यामितीय चिंतन के 5 स्तर दिये हैं।
(i) Level 0 → (Visualisation) - दृश्यीकरण इस स्तर पर बच्चा वस्तुओं के आकृति को सिर्फ जानते हैं। और उनकी आकृति के आधार पर वर्गीकरा कर सकते हैं।
जैसे - समोसे की आकृति को देखकर त्रिभुज बताना बिस्किट की आकृति को देखकर आयत बताना। रोटी की आकृति को देखकर वृत्त बताना |
(ii) Level 1 → (Analysis) विश्लेषणः
इसमें बच्चा आकृति के गुणों के आधार पर वर्गीकरण करने लगता । जैसे- बच्चा वर्ग और आयत में अन्तर करना शुरू कर देता हैं । (iii) Level 2 (Relationship/Informal deduction) अनौपचारिक निगमनः इसमें बच्चा आकृतियों के बीच समानता के आधार पर
जैसे - एक वर्ग और एक आयत दोनों समचतुर्भुज
(iv) Level 3 formal deduction (औपचारिक निगमन) - इसमें बच्चा आकृतियों के सूत्र बनाने लगता है ।
(v) Level 4 (riger) दृढ़ता → इसमें ज्यामितीय चिंतन के आधार पर आकृतियां बनाने लगता है ।
अतः उपर्युक्त प्रश्नानुसार हरज्योत वैन है ले के ज्यामितीय चितन के Level 2 (सम्बद्धता) स्तर पर है ।
Question 5:
According to the NIPUN Bharat Mission, the broader aim of Foundational numeracy is
निपुण भारत मिशन के अनुसार, बुनियादी संख्या ज्ञान का मुख्य लक्ष्य है।
Development of mathematical thinking
गणितीय चिंतन का विकास
Drawing shapes / आकृतियों का आरेखण
Reading and writing numbers
संख्याओं को पढ़ना और लिखना :
Doing measurement in daily life
दैनिक जीवन में मापन करना
(NIPUN) निपुण भारत मिशन के अनुसार बुनियादी संख्या ज्ञान का मुख्य लक्ष्य गणितीय चिंतन का विकास करना है । ( NIPUN) का अर्थ (National Initiative for proficiency in reading with understanding and numeracy) संख्यात्मक ज्ञान के साथ पठन में विपुणता है ।
Question 6:
A mathematics teacher asks her students "You have 9 hundreds and you have to take away 9 tens from it. Which number do you get ?" One of the students responded – "I will get zero". Which of the following statements is most appropriate with respect to the answer given by the students?
गणित की अध्यापिका ने अपने विद्यार्थियों से पूछा- " आपके पास 9 सैकड़े हैं और आपको इसमें से 9 दहाइयाँ लेनी / निकालनी है । आपको कितनी संख्या प्राप्त होगी ?" एक विद्यार्थी ने उत्तर दिया- "मुझे शून्य (जीरो) मिलेगा। विद्यार्थियों द्वारा दिए गए उत्तर के संदर्भ में निम्नलिखित में से कौन-सा कथन सर्वाधिक उपयुक्त होगा ?
The answer given by the student is correct./विद्यार्थी द्वारा दिया गया उत्तर सही है।
The teacher should solve the problem on blackboard giving the correct algorithm./अध्यापक को सही प्रणाली देते हुए प्रश्न का हल श्यामपट्ट पर प्रस्तुत करना चाहिए ।
Teacher should ask the students to explain the process of arriving at the answer and plan remedial strategy accordingly./अध्यापक को विद्यार्थियों को उत्तर खोज पाने की प्रक्रिया समझाने के लिए कहना चाहिए और तदनुसार उपचारात्मक युक्ति की योजना बनानी चाहिए ।
The teacher should have written the problem in the form of numerals for students solve it./विद्यार्थियों द्वारा प्रश्न हल हो सके इसके लिए अध्यापक को प्रश्न को संख्यात्मक रूप में प्रस्तुत करना चाहिए था ।
9 सैकड़े = 900
जब हम इसमे 9 दहाई लेगें तों हमे 90 संख्या प्राप्त होगी । किन्तु एक विद्यार्थी ने उत्तर दिया शून्य विद्यार्थी द्वारा दिये गये उत्तर के संदर्भ में सर्वाधिक उपयुक्त उपाय अध्यापक को विद्यार्थियों को उत्तर खोज पाने की प्रक्रिया समझने के लिए कहना चाहिए और तदनुसार उपचारात्मक युक्त की योजना बनानी चाहिए।
Question 7:
Pedagocial content knowledge of a mathematics teacher includes.
गणित के शिक्षक के शिक्षाशास्त्रीय विषय-वस्तु ज्ञान में सम्मिलित है।
(a) use of activity based methods of teaching
शिक्षण के लिए क्रियाकलापों पर आधारित विधियों का उपयोग करना
(b) use of various types of tests and assessment strategies
विभिन्न प्रकार की परीक्षाओं और आकलन युक्तियों का उपयोग करना
(c) knowing the names of different books on mathematics
भिन्न-भिन्न गणित की पुस्तकों के नाम पता होना ।
(d) subject specific knowledge
विषय विशिष्ट जानकारी होना ।
Choose the correct option: ... सही विकल्प का चयन कीजिए:
(a), (b) and (d)/(a), (b) और (d)
(b) and (c)/(b) और (c)
Only (a) / केवल (a)
Only (c) / केवल (c)
शिक्षा शास्त्रीय विषय वस्तु ज्ञान गणित के शिक्षक के कौशल में सम्मिलित है।
(i) शिक्षण के लिए क्रियाकलापों पर आधारित विधियों के उपयोग करने में।
(ii) विभिन्न प्रकार की परीक्षाओं और आकलन युक्तियों के उपयोग करते में ।
(iii) विषय विशिष्ट जानकारी में ।
अतः (a), (b) और (d) तीनों सत्य है ।
Question 8:
Mathematical thinking can be developed through ____.
गणितीय चिंतन का विकास _____ के जरिए किया जा सकता है ।
Drawing pictures from the environment पर्यावरण से चित्रांश बनाने
Solving questions based on a given formula दिए गए सूत्र के आधार पर प्रश्नों को हल करने
Writing multiplication tables on blackboard श्मापट्ट पर पहाड़े लिखने
Plyaing mathematical games with children बच्चों के साथ गणितीय खेल खेलने
प्राथमिक स्तर पर बच्चे खेल क्रिया विधि द्वारा किसी चीज जल्दी सीखते हैं । अर्थात गणितीय चिंतन का विकास बच्चों के साथ गणितीय खेल खेलने के जरिए किया जा सकता है ।
Question 9:
निर्देशः निम्नलिखित गद्यांश को पढ़कर पूछे गए प्रश्नों के सही / सबसे उपयुक्त उत्तर वाले विकल्प को चुनिए ।
बात बीसवीं सदी की शुरुआत की है। दक्षिण भारत के एक विद्यालय में गणित की कक्षा चल रही थी । अध्यापक विद्यार्थियों को भाग देने की विधि समझा रहे थे । अध्यापक ने बताया, 'अगर चार आमों को चार बालकों में बाँटा जाए तो प्रत्येक को एक आम मिलेगा। इसी तरह से अगर दस आमों को दस व्यक्तियों में विभाजित किया जाए तो प्रत्येक को एक आम मिलेगा।' आगे वह बोले, ' अगर किसी संख्या का उसी संख्या से भाग किया जाए तो भागफल हमेश एक ही होता है।' कक्षा के एक मेधावी छात्र को इस सूत्र की गलती समझ में आ गई। उसने पूछा, "महोदय, अगर शून्य आमों को शून्य व्यक्तियों में बाँटा जाए, तो क्या प्रत्येक को एक आम मिलेगा ?" इस असाधारण प्रश्न को सुनते ही अध्यापक कुछ विचलित से हुए । वे डाँटकर बोले, "शून्य का कोई मान नहीं होता।" पर विद्यार्थी ने आत्मविश्वास के साथ कहा, "महोदय शून्य का मान होता है। अगर दो के दायीं ओर हम एक शून्य रख दें तो 20 हो जाता है । इसी में एक और शून्य बढ़ा दें तो 200 हो जाता है। यह विद्यार्थी आधुनिक युग में भारत का सर्वश्रेष्ठ गणितज्ञ कहलाया । "
अध्यापक विद्यार्थियों को कौन-सी प्रक्रिया समझा रहे थे?
जोड़ की प्रक्रिया
गुणा करने की प्रक्रिया
घटा की प्रक्रिया
भाग करने की प्रक्रिया
अध्यापक विद्यार्थियों को 'भाग करने की प्रक्रिया' समझा रहे थे।
Question 10:
निर्देशः निम्नलिखित गद्यांश को पढ़कर पूछे गए प्रश्नों के सही / सबसे उपयुक्त उत्तर वाले विकल्प को चुनिए ।
बात बीसवीं सदी की शुरुआत की है। दक्षिण भारत के एक विद्यालय में गणित की कक्षा चल रही थी । अध्यापक विद्यार्थियों को भाग देने की विधि समझा रहे थे । अध्यापक ने बताया, 'अगर चार आमों को चार बालकों में बाँटा जाए तो प्रत्येक को एक आम मिलेगा। इसी तरह से अगर दस आमों को दस व्यक्तियों में विभाजित किया जाए तो प्रत्येक को एक आम मिलेगा।' आगे वह बोले, ' अगर किसी संख्या का उसी संख्या से भाग किया जाए तो भागफल हमेश एक ही होता है।' कक्षा के एक मेधावी छात्र को इस सूत्र की गलती समझ में आ गई। उसने पूछा, "महोदय, अगर शून्य आमों को शून्य व्यक्तियों में बाँटा जाए, तो क्या प्रत्येक को एक आम मिलेगा ?" इस असाधारण प्रश्न को सुनते ही अध्यापक कुछ विचलित से हुए । वे डाँटकर बोले, "शून्य का कोई मान नहीं होता।" पर विद्यार्थी ने आत्मविश्वास के साथ कहा, "महोदय शून्य का मान होता है। अगर दो के दायीं ओर हम एक शून्य रख दें तो 20 हो जाता है । इसी में एक और शून्य बढ़ा दें तो 200 हो जाता है। यह विद्यार्थी आधुनिक युग में भारत का सर्वश्रेष्ठ गणितज्ञ कहलाया । "
इस गद्यांश में भारत के किस क्षेत्र के विद्यालय का प्रसंग है ?
उत्तर भारत
दक्षिण भारत
पूर्वी भारत
पश्चिमी भारत
उपर्युक्त गद्यांश में भारत के 'दक्षिण भारत' क्षेत्र के एक विद्यालय में गणित की कक्षा का प्रसंग है