While doing a map reading activity, Jayanti asked her friend, "Why is our village divided from neighbouring town by lines on the map? When I go to sell vegetables to the town with my father, I do not see any such lines. " What is Jayanti doing ?
मानचित्र पठन गतिविधि के दौरान, जयंति अपने मित्र से कहती है, “नक्शे पर हमारा गाँव पड़ोस के शहर से रेखा द्वारा विभाजित क्यों है ? जब मैं पिताजी के साथ सब्जियाँ बेचने शहर जाती हूँ, तो मुझे ऐसी रेखाएँ नहीं दिखतीं । " जयंति क्या कर रही है ?
(A) Relating a real life experience with the classroom activities. / वास्तविक जीवन अनुभव को कक्षाकक्ष गतिविधि से संबंधित करना ।
(B) Applying higher order thinking to classroom activity कक्षाकक्ष गतिविधि पर उच्च स्तरीय चिंतन का प्रयोग
(C) Expressing a natural curiosity about her environment./अपने परिवेश के प्रति स्वाभाविक जिज्ञासा की अभिव्यक्ति ।
(D) Reflecting upon an observation and applying logic अवलोकन पर चिंतन कर, तर्क का प्रयोग करना ।
Cand D / C और D
B and C / B और C
Band D/B और D
A and B / A और B
मानचित्र पठन गतिविधि के दौरान, जयंति अपने मित्र से कहती है, “नक्शे पर हमारा गाँव पड़ोस के शहर से रेखा द्वारा विभाजित क्यों है ? जब मैं पिताजी के साथ सब्जियाँ बेचने शहर जाती हूँ, तो मुझे ऐसी रेखाएँ नही दिखती ।" जयंति कक्षाकक्ष गतिविधि पर उच्च स्तरीय चिंतन के प्रयोग करने के साथ-साथ अवलोकन पर चिंतन कर, तर्क का प्रयोग कर रही है। उच्च स्तरीय ; चिंतन से बच्चों के किताबी ज्ञान का परीक्षण करने के अलावा अपसारी सोच, विश्लेषण और खोज (अन्वेषण) कौशल का भी विकास होता है ।
Question 2:
The concept of mapping begins through a basic two- dimensional representation of classroom in
कक्षाकक्ष में मूल द्विविमीय निरूपण द्वारा संप्रत्यय का मानचित्रण ______में आरंभ होता है।
Class III / कक्षा III
Class I and II / कक्षा I और II
Class IV / कक्षा IV
Class V / कक्षा V
कक्षाकक्ष में मूल द्विविमीय निरूपण द्वारा सम्प्रत्यय का मानचित्रण कक्षा III में प्रारम्भ होता है। मानचित्र भौतिक विशेषताओं, शहरों, सड़कों आदि को दर्शाने वाले भूमि या समुद्र के क्षेत्र का एक आरेखीय प्रतिनिधित्व हैं। मानचित्रण, मानचित्र बनाने का कार्य है ।
ईवीएस में मानचित्रण शिक्षण प्रक्रिया का उद्देश्य :
* विद्यार्थियों को अपने स्वयं के मानचित्र बनाने में सक्षम बनाना ।
* विद्यार्थियों को मानचित्रों में प्रयुक्त विभिन्न प्रतीकों से परिचित कराना ।
* विद्यार्थियों को उनके द्वारा प्रतिदिन देखी जाने वाली जगहों के लिए मार्ग बनाने में सक्षम बनाना जैसे :
→ घर से विद्यालय ।
→ घर के पास की दुकानें ।
→ घर से मित्र का घर आदि ।
* छात्रों को मंदिर, मस्जिद, विद्यालय आदि स्थलों से परिचित कराना ।