कोई जन्तु कैल्शियम कार्बोनेट के कठोर कवच वाले जन्तुओं के कोमल भागों को खाने के लिए अपने मुख से अपना आमाशय बाहर निकालता है। कवच को खोलने और कोमल पदार्थ को खाने के पश्चात आमाशय जन्तु के शरीर में वापस चला जाता है जहाँ आहार धीरे-धीरे पचता है। इस जन्तु का नाम है
ऑक्टोपस (अष्टभुज)
स्टारफिश (तारामीन)
घड़ियाल (मगरमच्छ)
कछुआ
स्टारफिश संघ इकाइनोडर्मेटा का सदस्य है। इन जन्तुओं के आमाशय को जठरागमी, जठर निर्गमी तथा जठर निर्गमी अधनाल या पाचक ग्रन्थियों में विभक्त किया जा सकता है। स्टारफिश में किसी अन्य कठोर कवच युक्त जन्तु के शिकार के समय, भोजन ग्रहण करते समय, सम्पूर्ण जठरागम तथा आमाशय को बाहर पलटने की अद्भुत क्षमता होती है । यह प्रक्रम शारीरिक पेशियों के संकुचन तथा प्रगुहीय तरल के दवाब द्वारा सम्पन्न किया जाता है। कोमल पदार्थ को खाने या पोषण के पश्चात अमाशय को 5 जोड़ी आकुंचक पेशियों द्वारा शरीर में वापस ले लिया जाता है ।
Question 2:
एक अध्यापक चाहता है कि उसके विद्यार्थी कक्षा के बाहर भी सक्षम और आत्मविश्वासी पाठक बनें।
निम्नलिखित में से कौन-सी रणनीति उसकी कक्षा में सर्वाधिक महत्वपूर्ण होगी ?
चयनित पाठ्य सामग्री का अध्यापक द्वारा आदर्श वाचन और विद्यार्थियों का पीछे-पीछे दोहराना
विविध प्रकार की रुचिकर, उपयुक्त एवं प्रासंगिक पाठ्य सामग्री पढ़ने के अवसर देना
शिक्षार्थियों को गहन पठन के लिए प्रोत्साहित करना
शिक्षार्थियों को पंक्तियों के मध्य गहराई से पढ़ने के लिए प्रोत्साहित करना
एक अध्यापक चाहता है कि उसके विद्यार्थी कक्षा के बाहर भी सक्षम और आत्मविश्वासी पाठक बनें। उपर्युक्त संदर्भ में उसकी कक्षा में सर्वाधिक महत्वपूर्ण रणनीति 'विविध प्रकार की रुचिकर, उपयुक्त एवं प्रासंगिक पाठ्य सामग्री पढ़ने के अवसर देना होगा।
Question 3:
What are the perceptions surrounding Social Science that can be dispelled with effective classroom engagement ?
(A) It is non-Utilitarian.
(B) It is all about rote memorisation.
(C) It does not require problem solving skills. Options:
सामाजिक विज्ञान के प्रति कौन सी धारणाएं हैं जिन्हें प्रभावी कक्षा विनियोजन के साथ दूर किया जा सकता है?
(A) यह अव्यावहारिक है
(B) यह बस यंत्रवत् कंठस्थ करने के बारे में है
(C) इसमें समस्या समाधान के कौशल की जरूरत नहीं होती है
उपयुक्त विकल्प चुनें।
(A), (B), (C) / (A) (B) (C)
Only (A) and (B) / केवल (A) और (B)
Only (A) and (C) / केवल (A) और (C)
Only (B) and (C) / केवल (B) और (c)
सामाजिक विज्ञान के प्रति यह अव्यवहारिक है, यह बस यंत्रवत कंठस्थ करने के बारे में है इसमें समस्या समाधान के कौशल की जरूरत नहीं होती है, जैसी धारणाएँ जिन्हें प्रभावी कक्षा विनियोजन के साथ दूर किया जाता है। इस प्रश्न में विकल्प (D) के अन्तर्गत कथन (A), (B) और (C) तीनों सही है ।
सामाजिक विज्ञान एक ऐसा विषय है जिसमें मानवीय संबंधों की विभिन्न दृष्टिकोणों से चर्चा होती है। सामाजिक विज्ञान वह क्षेत्र है जिसके द्वारा आधुनिक सभ्यता को स्पष्ट किया जाता है।
Question 4:
Which of the following terms of linearly programmed instruction is definitely related to the subject matter to be taught?
रेखीय अभिक्रमित अनुदेशन के निम्नलिखित पद में से कौन सा पद निश्चित रूप से पढ़ाई जाने वाली विषयवस्तु से सम्बन्धित है?
practice frame अभ्यास पद
introductory प्रस्तावना पद
teaching frame शिक्षण पद
testing frame परीक्षण पद
अमेरिकी मनोवैज्ञानिक B. F स्किनर ने 1954ई. में रेखीय अभिक्रमित अनुदेशन विधि का विकास किया। इस अभिक्रम में जो अभिक्रम बनाये जाते हैं, वे एक सीधी रेखा के रूप में होते हैं तथा प्रत्येक फ्रेम से एक नया फ्रेम निकलता है। इस प्रकार यह एक श्रृंखला की भांति एक-दूसरे से जुड़े हुए तथा एक क्रम में होते है। किसी भी फ्रेम की उपशाखाएँ नहीं होती है। इसमें बालक के पढ़ने का मार्ग बाह्य रूप से अभिक्रमित अनुदेशन लिखने द्वारा निर्धारित किया जाता है। इसलिए इसे बहिनिर्मित तथा बाह्य अनुदेशन भी कह देते है । रेखीय अभिक्रम में पद मुख्यतः चार प्रकार के बनाये जाते है –
(1) प्रस्तावना पद - इन पदों का मुख्य उद्देश्य अभिक्रम प्रारम्भ करना है । ये पूर्व व्यवहारों से नवीन व्यवहारों को जोड़ने का प्रयास करते है, जिससे छात्र सुगमता से अनुक्रिया कर सके तथा सीखने के लिए प्रेरित हो ।
(2) शिक्षण पद- इन पदों की संख्या अधिक होती है। इनका मुख्य लक्ष्य शिक्षण कराना (पढ़ाना) होता है। प्रत्येक पद एक नवीन ज्ञान प्रदान करते है तथा ये पद इस प्रकार क्रम में व्यवस्थित होते है कि छात्र पूरे पाठ को आसानी से समझ लेता है।
(3) अभ्यास पद- इन पदों के माध्यम से पढ़ाये गये पाठ का अभ्यास करवाया जाता है। इनका कठिनाई स्तर शिक्षण पदों की तुलना में अधिक होता है।
(4) परीक्षण पद- इन पदों का मुख्य उद्देश्य छात्रों के सीखे गए ज्ञान का मूल्याकंन करना है। इस चरण में छात्रों की सही अनुक्रियाओं के लिए किसी भी प्रकार की सहायता प्रदान नहीं की जाती है।
अतः रेखीय अभिक्रमित अनुदेशन के 'शिक्षण पद' निश्चित रूप से पढ़ाई जाने वाली विषयवस्तु से सम्बन्धित है।
Question 5:
Main objective of using project method in social science class is ________.
सामाजिक विज्ञान की कक्षा में परियोजना विधि का प्रयोग करने का मुख्य उद्देश्य _______.
saving teaching time in class. / सामाजिक विज्ञान कक्षा में शिक्षण समय बचाना।
engaging students in building theoretical knowledge. /विद्यार्थियों को सामाजिक विज्ञान के सैद्धान्तिक ज्ञान के निर्माण में संलग्न करना।
reducing the burden of teachers. /सामाजिक विज्ञान शिक्षक का भार कम करना ।
engaging students in real life investigation of social problems./ विद्यार्थियों को वास्तविक जीवन में सामाजिक समस्याओं की जाँच में संलग्न करना ।
सामाजिक विज्ञान की कक्षा में परियोजना विधि का प्रयोग करने का मुख्य उद्देश्य विद्यार्थियों को वास्तविक जीवन में सामाजिक समस्याओं की जाँच में संलग्न करना है।
Question 6:
लेखन विचारणीय रूप से जटिल चिंतन प्रक्रिया है। हालाँकि, अच्छे लेखन के लिए किसकी जरूरत नहीं है?
लिखे हुए को पुनः पढ़ना, यदि आवश्यक है तो पुनर्लेखन और प्रारूप को अन्तिम रूप देना
प्रक्रिया की अनदेखी करना केवल स्वरूप पर ध्यान देना
योजना बनाने के लिए काफी समय लगाना
पाठक के बारे में विचार करना
'प्रक्रिया की अनदेखी करना, केवल स्वरूप पर ध्यान देना' अच्छे लेखन के लिए जरूरी नहीं है।
Question 7:
According to Piaget, which is the correct sequence of stage of cognitive development beginning from the birth?
पियाजे के अनुसार जन्म के बाद संज्ञानात्मक विकास की अवस्थाओं का सही क्रम कौन-सा है ?
Sensory Experience, Reversible Mental Operation, Hypothetical Thinking, Symbolic and Intuitive Thoughts/संवेदी अनुभव, प्रतिवर्तनीय मानसिक संक्रियाएं, परिकल्पनात्मक चिंतन, प्रतीकात्मक और सहज विचार
Reversible Mental Operation, Hypothetical Thinking, Symbolic and Intuitive Thoughts Sensory Experiences /प्रतिवर्तनीय मानसिक संक्रियाएं, परिकल्पनात्मक चिंतन, प्रतीकात्मक और सहज विचार, संवेदी अनुभव
Symbolic and Intuitive Thoughts, Hypothetical Thinking, Sensory Experience, Reversible Mental Operation / प्रतीकात्मक और सहज विचार, परिकल्पनात्मक चिंतन, संवेदी अनुभव, प्रतिवर्तनीय मानसिक संक्रियाएं ।
Sensory Experience, Symbolic and Intuitive Thoughts, Reversible Mental Operation, Hypothetical Thinking/ संवेदी अनुभव, प्रतीकात्मक और सहज विचार, प्रतिवर्तनीय मानसिक संक्रियाएं, परिकल्पनात्मक चिंतन
पियाजे के अनुसार जन्म के बाद संज्ञानात्मक विकास की अवस्थाओं का सही क्रम निम्न है → संवेदी अनुभव प्रतीकात्मक और सहज विचार, प्रतिवर्तनीय मानसिक संक्रियाएँ परिकल्पनात्मक चिंतन ।
Question 8:
A Sangha was an association in the true sense because:
संघ सही मायने में एक संगठन था क्योंकिः
(A) Many members ruled together through discussion and debates. /कई सदस्यों ने एक- साथ चर्चाओं और वाद-विवादों के माध्यम से शासन किया।
(B) It included women and kammakaras to participate in the assemblies. / इसने महिलाओं और कामकारों को सभाओं में भाग लेने के लिए सम्मिलित किया था।
Both (A) and (B) are incorrect/ (A) और (B) दोनों गलत हैं।
Only (B) is correct / केवल (B) सही है ।
Only (A) is correct / केवल (A) सही है ।
Both (A) and (B) are correct / (A) और (B) दोनों सही हैं।
संघ सही मायने में एक संगठन था क्योंकि कई सदस्यों ने एक-साथ चर्चाओं और वाद-विवादों के माध्यम से शासन किया। एक संघ या फेडरेशन, एक राजनीतिक तत्व हैं, जो किसी केन्द्रीय सरकार के अन्तर्गत आंशिक रूप से स्वशासित राज्यों या क्षेत्रों के संघ से चिन्हित होता है ।
Question 9:
Which factors play a major role in the formation of soil ?
मृदा के विरचन / गठन में कौन से कारक मुख्य भूमिका निभाते हैं?
(A) Parent rock/मूल चट्टान
(B) Topography/स्थलाकृति
(C) Climatic factors/ जलवायु संबंधी कारक
(D) Time / समय
Options:/विकल्पः
Only (A) / केवल (A)
Only (D) / केवल (D)
Only (B) and (C) / केवल (B) तथा (C)
Only (A) and (C) / केवल (A) तथा (C)
मृदा के विरचन / गठन में मूल चट्टान एवं जलवायु संबंधी कारक मुख्य भूमिका निभाते है। जलवायु मृदा निर्माण का सबसे महत्वपूर्ण सक्रिय कारक है। मृदा के विकास में संलग्न विभिन्न जलवायवी तत्त्व हैं- वर्षा, वाष्पीकरण की बारंबारता व अवधि तथा आर्द्रता एवं तापक्रम मृदा निर्माण में शैल एक निष्क्रिय नियंत्रक कारक है। मृद निर्माण के गठन व संरचना, शैल निक्षेप के खनिज एवं रासायनिक संयोजन पर निर्भर करती है। जिन स्थानों पर मृदाएँ नई होती ने है अर्थात् परिपक्व नहीं होती है, वहाँ की मृदाओं का मूल शैलों के साथ घनिष्ठ संबंध होता है। मूल शैव (चट्टान) की भाँति स्थलाकृति भी एक दूसरा निष्क्रिय नियंत्रक कारक है। तीव्र ढालों वाले क्षेत्र में मृदा छिछली तथा सपाट क्षेत्र में मृदा गहरी व मोटी होती है ।
Question 10:
विद्यार्थिभ्यः एकस्याः भाषायाः परिचयार्थं कतमः मार्गः न समुचितः?