CTET Level -2 (23 June 2024)

Question 1:

A teacher finds the following levels of performance in a test, after the completion of the topic 'Diversity' and 'Discrimination', 

'विविधता और भेदभाव' विषय के पूरा होने के बाद शिक्षक टेस्ट में प्रदर्शन के निम्नलिखित स्तरों का पता लगाता है। 

Student (A), is able to identify prejudice and discrimination in various situations. 

विद्यार्थी (A) : विविध परिस्थितियों में पूर्वाग्रह और भेदभाव को पहचानने में समर्थ है। 

Student (B), is able to define prejudice and stereotyping. 

विद्यार्थी (B) : रूढिबद्ध धारणा बनाने और पूर्वाग्रह को परिभाषित करने में समर्थ है 

Student (C), is able to indicate relevant constitutional provisions for specific acts of discrimination. 

विद्यार्थी (C) : भेदभाव के विशिष्ट कृत्यों के लिए प्रारंभिक संवैधानिक प्रावधानो की ओर संकेत करने में समर्थ है। 

Arrange the students performance in the test starting from most conceptually clear. 

अवधारणात्मक तौर पर अति स्पष्ट से आरंभ करते हुए, टेस्ट में विद्यार्थियों के प्रदर्शन को सुव्यवस्थित कीजिए । 

  • (C), (A), (B) 

  • (C), (B), (A) 

  • (A), (B), (C) 

  • (B), (C), (A) 

Question 2:

निर्देशः - अधोलिखितं गद्यांशं पठित्वा तदाधारितप्रश्नानां (प्रश्नस‌ङ्ख्या विकल्पात्मकोत्तरेषु उचिततमम् उत्तरं चिनुत।
पुरा एकस्मिन् वृक्षे एका चटका प्रतिवसति स्म। कालेन तस्याः सन्ततिः जाता। एकदा कश्चित् प्रमत्तः गजः तस्य वृक्षस्य अधः आगत्य तस्य शाखां शुण्डेन अत्रोटयत्। चटकायाः नीडं भुवि अपतत्। तेन अण्डानि विशीर्णानि। अथ सा चटका व्यलपत्। तस्याः विलापं श्रुत्वा 'भद्रे, किमर्थ काष्ठकूटः नाम खगः दुःखेन ताम् अपृच्छत् विलपसि ?' इति ।
चटकावदत् 'दुष्टनैकेन गजेन मम सन्ततिः नाशिता। तस्य गजस्य वधेनैव मम दुःखम् अपसरेत्। ततः काष्ठकूटः तां बीणारवा- नाम्न्याः मक्षिकायाः समीपम् अनयत्। तयोः वार्ता श्रुत्वा मक्षिकावदत् 'ममापि मित्रं मण्डूकः मेघनादः अस्ति। शीघ्र तमुपेत्य यथोचितं करिष्यामः'। तदानीं तौ मक्षिकया सह गत्वा मेघनादस्य पुरः सर्वं वृत्तान्तं न्यवेदयताम्।
मेघनादः अवदत् - 'यथाहं कथयामि तथा कुरुतम्। मक्षिके ! प्रथमं त्वं मध्याह्ने तस्य गजस्य कर्णे शब्दं कुरु, येन सः नयने निमील्य नयने स्फोटयिष्यति। एवं सः स्थास्यति । तदा काष्ठकूटः चञ्च्वा तस्य गजः अन्धः भविष्यति। तृषार्तः सः जलाशयं गमिष्यति। मार्गे महान् गर्त्ततः अस्ति। तस्य अन्तिके अहं स्थास्यामि शब्दं च करिष्यामि। मम शब्देन तं गतं जलाशयं मत्वा सः तस्मिन्नेव गर्ते पतिष्यति मरिष्यति च।'
अथ तथाकृते सः गज मध्याह्ने मण्डूकस्य शब्दम् अनुसृत्य महतः गर्तस्य अन्तः पतितः मृतः च। तथा चोक्तम्-

CTET Level -2 (23 June 2024) 1

  • b

  • a

  • d

  • c

Question 3: CTET Level -2 (23 June 2024) 2

  • केवल II / Only II

  • ना ही I ना ही II / Neither I nor II

  • I तथा II दोनों / Both I and II

  •  केवल I / Only I

Question 4:

एका शिक्षिका मन्यते यत् मानवाः जन्यतः एकभाषार्जनस्य योग्यतां । तस्याः विचारः केन सह सङ्गतः अस्ति-

  • पुनर्बलनेन

  • अवलोकनपरकशिक्षणेन

  • सहजज्ञानवादेन

  • संक्रियावादी अनुकूलनेन

Question 5:

To enable effective problem-solving the student should: 

छात्रों को प्रभावी समस्या समाधान को सक्षम करने के लिए: 

  • Be promoted to think over the worked examples. / सुलझाए हुए उदाहरणों पर विचार करने के लिए प्रोत्साहित किया जाना चाहिए । 

  • Be given the worked examples and asked to transfer the strategies passively to similar problems. / सुलझाए हुए उदाहरण देकर उन्हें वही रणनीतियों को निष्क्रिय रूप से समान समस्याओं में स्थानांतरित करने के लिए कहा जाना चाहिए। 

  • Be discouraged to look at worked examples. / सुलझाए हुए उदाहरणों को देखने से हतोत्साहित करना चाहिए । 

  • Be discouraged to think-aloud. / बोल कर सोचने के लिए हतोत्साहित करना चाहिए । 

Question 6:

वह भाषा अधिगम विधि जिसमें शिक्षार्थियों को अर्थपूर्ण बातचीत में भाग लेने के अवसर दिए जाते और जीवन की वास्तविक स्थितियों का सामना करने के लिए प्रोत्साहित किया जाता है, क्या कहलाती हैं ?

  • सम्प्रेषणात्मक विधि

  • व्याकरण अनुवाद विधि

  • प्रत्यक्ष विधि

  • संरचनात्मक विधि

Question 7:

अवधारणात्मक मानचित्रण' ...................... ।

  • किसी विषय विशेष पर पठन सामग्री की और इंटरनेट साइट की सूची बनवाना है

  • विद्यार्थियों की समझ को जानने का तरीका है

  • किसी वैयक्तिक अध्ययन पर विद्यार्थियों की समझ को जानने का तरीका है

  • किसी विशेष टॉपिक पर विद्यार्थियों से लिखवाने और निष्कर्ष निकालने का तरीका है

Question 8:

Aarav insists on sitting too close to the blackboard, and holds the book very close to his eyes while reading. What should a teacher do for Aarav in such a case ?

आरव ब्लैकबोर्ड के बहुत नजदीक बैठने पर जोर देता है और पढ़ते समय किताब को अपनी आँखों के बहुत पास रखता है। ऐसी स्थिति में एक शिक्षक को क्या करना चाहिए? 

  • Send report card with poor scores to parents. / बेकार अंक वाले रिपोर्ट कार्ड को उसके माता-पिता के पास भेज देना चाहिए। 

  • Send Aarav to special school for visually impaired. /आरव को दृष्टिबाधित विद्यार्थियों के लिए विशिष्ट स्कूल मे भेज देना चाहिए। 

  • Seek professional support to check for low vision. / आरव की आँखों की जाँच के लिए पेशेवर विशेषज्ञ की सलाह लेनी चाहिए। 

  • Punish Aarav for his behaviour. / आरव को इस व्यवहार पर कड़ी सजा देनी चाहिए। 

Question 9:

Remedial teaching is for

  • learners and teachers to reflect what they need to improve in their learning and teaching respectively.

  • learners only to improve the topics in which they lack understanding and score less marks.

  • learners who need support to learn certain aspects of subjects

  • the school and the school system to produce percent results to compete with other school systems.

Question 10:

भाषा-कक्षायाम् कश्चित् छात्रः कक्षायां व्यवधानं करोति। अध्यापकेन स्व दायित्वं निर्वेदुं व्यवधानकारिणं छात्रं वारयितुं एतत्कर्त्तव्यम्-

  • उपायं कर्तुं पितरौ अवलम्बयेत्

  • छात्रस्य व्यवहारं विद्यालय-अधिकरिणे प्रतिवेदयेत्

  • परिश्रमि-छात्रान् संबोधयेत्

  • प्रथमं उपायार्थ छात्रैः सह संवदेत्

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