CTET Level -1 (23 June 2024)
Question 1:
The Primary cause of individual differences in children is :
बच्चों में व्यक्तिगत वंशानुगत गुण ।
Question 2:
If the perimeter of a circle and a square are equal then-
एक वृत्त तथा एक वर्ग का परिमाप बराबर (एकसमान) हैं तो-
Question 3:
निर्देश : अधोलिखितं गद्यांशं पठित्वा तदाधारितप्रश्नानां विकल्पात्मकोत्तरेभ्यः समीचीनमुत्तरं चिनुत ।
व्याकरणसम्बन्धिदोषादिरहिता व्यवस्थित-क्रियाकारक- विभागसमन्विताया भाषा सा संस्कृतभाषेति कथ्यते । इयं हि भाषा सर्वदोषशून्या अस्ति, अतः देववाणी, गीर्वाण- भारती, अमरभाषा इत्यादिभिः शब्दैः व्यवह्रियते । भाषागतमुदारत्वं मार्दवं मनोज्ञत्वं चास्याः वैशिष्टयम् । सेयं संस्कृतभाषा जगतः सर्वासु भाषासु प्राचीनतमा, सर्वोत्कृष्ट - साहित्य- संयुक्ता च वर्तते । अनन्तानन्तवर्षेषु व्यपगतेष्वपि अस्या माधुर्यम्, उदारत्वं च नाद्यापि विकृतम् । पाश्चात्त्यदेशीया विचारशीलाः कीलहार्न मैक्समूलर- मैकडानाल्ड कीथादयः विद्वांसः संस्कृत भाषायाः प्रशंसामकुर्वन् । सर्वासामार्य-भाषाणामुत्पत्तिः अत एव बभूव । पुरा सर्वे जनाः संस्कृतभाषयैवाभाषन्त । अतः सर्वमपि प्राक्तनं साहित्यं संस्कृतभाषायामेव उपलभ्यते । सर्वे प्राचीनग्रन्थाः चत्वारो वेदाश्च संस्कृत भाषायामेव सन्ति । वेदेषु मानवकर्तव्याकर्तव्ययोः सम्यक् निर्धारणमस्ति । ततो वेदानां व्याख्यानभूता ब्राह्मणग्रन्थाः वर्तन्ते । तदनु अध्यात्मविषयप्रतिपादिका उपनिषदो विद्यन्ते, यासां गरिमा पाश्चात्त्यबहुज्ञैरपि गीयते । ततोऽस्माकं गौरवग्रन्थाः षड्दर्शनानि सन्ति। एषामद्यापि विश्वस्य साहित्ये महत्त्वं वर्तते । ततः श्रौतसूत्राणां गृह्यसूत्राणां वेदव्याख्यानभूतानां षडङ्गानां गणनास्ति । महर्षिवाल्मीकिरचितस्य रामायणस्य, महर्षि व्यासरचितस्य महाभारतस्य निर्माणमपूर्वघटनैव वर्तते विश्वसाहित्ये । तत्र दुर्लभस्य कवित्वस्य, नैसर्गिक- सौन्दर्यस्य, अध्यात्मज्ञानस्य नीतिशास्त्रस्य च दर्शनं जायते । ततो भासाश्वघोष - कालिदास - भवभूति - दण्डि - बाण- सुबन्धु-हर्षप्रभृतयो महाकाव्यो नाट्यकाराश्च समायान्ति, येषामुदयेन न केवलमार्यावर्तः, अपितु सकलमेतत् जगत् धन्यमात्मानं मन्यते । कवि वराणामेतेषां वर्णने विद्वांसोऽपि न क्षमाः श्रीमद् भगवतगीता, स्मृतिग्रन्थाः पुराणानि च संस्कृतसाहित्यस्य महात्म्यं प्रकटयन्ति ।
संस्कृतसाहित्यं भारतस्य गौरवमुद्धोषयति । समस्तं देशं च एकतासूत्रे बध्नाति तत् । अस्य साहित्यस्य प्रचारः प्रसारश्च नितान्तं लाभप्रदः ।
मानवकर्त्तव्याकर्तव्ययोर् निर्धारणं कुत्र वर्तते ?
Question 4:
निर्देश निम्नलिखित गद्यांश को पढ़कर पूछे गए प्रश्नों के सही। सबसे उपयुक्त उत्तर वाले विकल्प को चुनिए ।
गुरु-शिष्य परंपरा में शिष्य के साथ गुरु का नाम पहले आता है। यह अमुक गुरु का शिष्य है- ऐसा कहा जाता है। गुरु अपने एक-एक शब्द से शिष्य में अवतरित होता है। जो शिष्य पूरी तरह से अपने गुरू को समर्पित है, उसके जीवन में एक समय आता है, जब वह गुरू की आराधना और उपासना करते-करते गुरुमय हो जाता है। शिष्य की वृत्ति सद्गुरू में मिल जाती है। उनकी प्रत्येक चेष्टा में, हावभाव में, वाणी में गुरू का ही प्रतिबिंब नजर आता है। इतना ही नहीं, उसकी आकृति भी गुरू जैसी हो जाती है। कई की तो वाणी भी गुरु जैसी ही हो जाती है। वाणी, विचार, वृत्ति, वेशभूषा, सब में जब सद्गुरु अवतरित होते हैं तब यह नहीं पूछना पड़ता कि तुम्हारा गुरु कौन है? तब तो यह शिष्य को देखते ही पता चल जाता है । जब परमात्मा अवतरित होते हैं, तो पहले सुयोग्य माता-पिता की खोज करते हैं, उसी प्रकार सद्गुरू अवतरित होने के लिए होनहार शिष्य ढूँढ़ते हैं। गुरू अपने शिष्य से माँ से भी ज्यादा परंपरा के माध्यम से यह अविनाशी गुरुतत्व हमेशा शिष्य को प्रकाश देता रहता है।
'सदगुरु' का संधि-विच्छेद है।
Question 5:
Read the following statements and choose the correct option :/ निम्नलिखित कथनों को पढ़िए तथा सही विकल्प का चयन कीजिए:
Assertion (A): Teachers should ask students to identify their own examples and non-examples of the concept for strengthening the concept.
अभिकथन (A) : शिक्षकों को संकल्पना को मज़बूत करने के लिए विद्यार्थियों को अपने स्वयं के संकल्पना के उदाहरणों और गैर-उदाहरणों की पहचान करने के लिए कहना चाहिए।
Reason (R): Thinking of examples leads to strengthening of the concept while non- examples tend to confuse the students.
कारण (R) : उदाहरणों के बारे में सोचने से संकल्पना को मज़बूत किया जाता है जबकि गैर- उदाहरण विद्यार्थियों को भ्रमित करते है।
Question 6:
निर्देश निम्नलिखित गद्यांश को पढ़कर पूछे गए प्रश्नों के सही। सबसे उपयुक्त उत्तर वाले विकल्प को चुनिए ।
गुरु-शिष्य परंपरा में शिष्य के साथ गुरु का नाम पहले आता है। यह अमुक गुरु का शिष्य है- ऐसा कहा जाता है। गुरु अपने एक-एक शब्द से शिष्य में अवतरित होता है। जो शिष्य पूरी तरह से अपने गुरू को समर्पित है, उसके जीवन में एक समय आता है, जब वह गुरू की आराधना और उपासना करते-करते गुरुमय हो जाता है। शिष्य की वृत्ति सद्गुरू में मिल जाती है। उनकी प्रत्येक चेष्टा में, हावभाव में, वाणी में गुरू का ही प्रतिबिंब नजर आता है। इतना ही नहीं, उसकी आकृति भी गुरू जैसी हो जाती है। कई की तो वाणी भी गुरु जैसी ही हो जाती है। वाणी, विचार, वृत्ति, वेशभूषा, सब में जब सद्गुरु अवतरित होते हैं तब यह नहीं पूछना पड़ता कि तुम्हारा गुरु कौन है? तब तो यह शिष्य को देखते ही पता चल जाता है । जब परमात्मा अवतरित होते हैं, तो पहले सुयोग्य माता-पिता की खोज करते हैं, उसी प्रकार सद्गुरू अवतरित होने के लिए होनहार शिष्य ढूँढ़ते हैं। गुरू अपने शिष्य से माँ से भी ज्यादा परंपरा के माध्यम से यह अविनाशी गुरुतत्व हमेशा शिष्य को प्रकाश देता रहता है।
"गुरू अपने एक-एक शब्द से शिष्य में अवतरित होता है ।" वाक्य से तात्पर्य है ।
Question 7:
In______children can reason not just with objects but with formally stated propositions.
किस चरण में बच्चे न केवल वस्तुओं के संदर्भ में तर्क कर पाते हैं बल्कि प्रतिज्ञाप्तिक चिंतन करने में भी सक्षम होते हैं?
Question 8:
श्रेया नूतनानां शब्दानां श्रुतलेखे पर्याप्तानङ्कान् प्राप्नोति सा एषामर्थमपि जानाति, परं भाषणे लेखने च एतान् शब्दान् प्रयोगे अनर्हा । यतो हि एते शब्दाः तस्याः ……..
Question 9:
Read the data given in following table and select the correct statement:
निम्नलिखित तालिका में दिए गए आँकड़ों को पढ़िए और सही कथन का चुनाव कीजिए:
Game liked by students / Number of students /
विद्यार्थियों का पसंदीदा खेल विद्यार्थियों की संख्या
Football/फुटबाल 60
Chess / शतरंज 50
Badminton /बैडमिंटन 70
Volleyball/वॉलीबॉल 20
(one student likes one game only)
(एक विद्यार्थी केवल एक खेल पसंद करता है। )
Question 10:
Select from the following an animal whose sense of hearing is so sharp that it can make out the difference between the rustling of leaves and the sound of an animal moving on the grass.
निम्नलिखित में से उस जानवर को चुनिए सुनने की संवेदन शक्ति इतनी तीक्ष्ण हैं कि वह पत्तों के हिलने और घास पर किसी जानवर के चलने में अन्तर कर सकता है।