UPSSSC Junior Assistant (16 June 2024)
Question 1:
The 'Kishori Balika Yojna' proposes to give balanced diet to the girls not going to school for ________ days in a year.
'किशोरी बालिका योजना', वर्ष में दिनो के लिए विद्यालय में उपस्थित न होने पर लड़कियों को संतुलित आहार प्रदान करने की पेशकश करती है।
Question 2:
मृगनयन' में समास है-
Question 3:
The motto of the police of which of the following states is 'Security-Your Resolve-Ours'? It means 'Your safety is our resolve'.
निम्नलिखित में से किस राज्य की पुलिस का आदर्श वाक्य है 'सुरक्षा-आपकी संकल्प-हमारा'? इसका अर्थ है 'आपकी सुरक्षा हमारा संकल्प है'।
Question 4:
निम्नलिखित प्रश्न में, चार विकल्पों में से, उस विकल्प का चयन करें जो क्रिया के भेद वाला सही विकल्प है।
दीपा ने गाय को चारा खिलाया।
Question 5:
निम्न में अव्यय है-
Question 6:
The city of ____________ in the state of Uttar Pradesh is famous for brassware manufacturing.
उत्तर प्रदेश राज्य में _______ शहर पीतल के बर्तन और हस्तशिल्प के लिए प्रसिद्ध है।
Question 7:
Which of the following is the national flower of Uttar Pradesh?
उत्तर प्रदेश का राजकीय पुष्प निम्नलिखित में से कौन है?
Question 8:
' बाँह' का सामान्य बहुवचन है ______ ।
Question 9:
निम्नलिखित गंद्याश को पढ़कर पूछे गए प्रश्नों के उत्तर दीजिए:
इस रत्नगर्भा वसुंधरा के अंतःस्थल में हीरे-मणि- माणिक्य और सम्पदा का अभाव नहीं है। धरती का विस्तीर्ण अतल गर्भ अनंत धनराशि से भरा पड़ा है। आवश्यकता है, इसके वक्ष को चीरकर उन्हें उगलवा लेने वाले दृढ़ संकल्प और साहस की। धरती के अंदर विद्यमान धनराशि के कारण ही धरती वसुंधरा कहलाती है। इस धरा पर रहने वाले कुछ लोग ऐसा मानते हैं कि यदि भाग्य में नहीं है तो हथेली पर आई वस्तु भी नष्ट हो जाती है। जब हम अपना चिंतन केवल भाग्यवाद को आधार मानकर करते हैं, तो हम लक्ष्य की प्राप्ति के लिए अपेक्षित प्रयत्न नहीं करते। प्रयत्न के अभाव में फल भी नहीं मिलता और लोग भाग्य को दोष देते रहते हैं। ऐसे भाग्यवादी लोगों को कायर माना जाता है। अकूत सम्पदा तो उसी को मिल सकती है जो पूर्ण संकल्प के साथ कार्य में प्रवृत्त हो। जैसे अर्जुन का ध्यान पक्षी की बेधे जाने वाली आँख पर था, उसी प्रकार जो लक्ष्य के प्रति एकनिष्ठ होकर सतत प्रयासशील रहता है, समय के परिपाकं के साथ उस लक्ष्य को पाने में सफल हो जाता है। ऐसे लोग जो भाग्य के सहारे बैठे रहते हैं और प्रतीक्षा करते रहते हैं कि अली बाबा की सिम-सिम वाली गुफा का द्वार कब खुलता है, उन्हें जब असफलता का अँधेरा अपने चारों ओर घिरता दिखाई देता है, तब वे पछतावा करते हैं कि उन्होंने व्यर्थ ही समय गँवा दिया। मनुष्य के पास सभी कुछ पा लेने की क्षमता होती है, पर कैसे उसे पाया जाएगा उसके लिए संपूर्ण निर्णयशक्ति, दृढ़ संकल्प और अपेक्षित परिश्रम आवश्यक है। कई बार लक्ष्य के एकदम समीप पहुँच कर हम प्रयत्न करना छोड़ देते हैं और भाग्य को दोष देते हैं। भाग्य जैसी कोई वस्तु या तो होती ही नहीं है और या परिश्रम की चाबी के साथ मिलकर भाग्य की चाबी काम करती है। भाग्य की अकेली चाबी सफलता के ताले को नहीं खोल सकती। इसीलिए कवि तुलसीदास ने कहा है- कायर मन कर एक अधारा । दैव दैव आलसी पुकारा ॥
'परिश्रम' शब्द कौन-सी व्याकरणिक इकाई है?
Question 10:
इनमें से कौन-सा शब्द 'एला' प्रत्यय से निर्मित नहीं है?