प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने बरौनी (बिहार) में हिंदुस्तान उर्वरक एवं रसायन लिमिटेड (एचयूआरएल) उर्वरक संयंत्र का उद्घाटन किया और इसे राष्ट्र को समर्पित किया।
15 जून, 2016 को निगमित की गई हिंदुस्तान उर्वरक एवं रसायन लिमिटेड (एचयूआरएल) कोल इंडिया लिमिटेड (सीआईएल), एनटीपीसी लिमिटेड (एनटीपीसी), इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन लिमिटेड (आईओसीएल) और एफसीआईएल/एचएफसीएल की एक संयुक्त उद्यम कंपनी है, जिसे अनुमानित तौर पर 25,000 करोड़ रुपये के निवेश के साथ गोरखपुर, सिंदरी और बरौनी इकाइयों को पुनर्जीवित करने का काम सौंपा गया है।
हिंदुस्तान उर्वरक एवं रसायन लिमिटेड (एचयूआरएल) संयंत्र (प्लांट) में विभिन्न अनूठी विशेषताएं हैं जैसे वितरित नियंत्रण प्रणाली (डीसीएस),आपातकालीन शटडाउन प्रणाली (ईएसडी) और पर्यावरण निगरानी प्रणाली आदि से सुसज्जित अत्याधुनिक ब्लास्ट प्रूफ नियंत्रण कक्ष।
इसमें 65 मीटर लंबाई और 2 मीटर ऊंचाई का भारत का पहला वायु संचालित बुलेट प्रूफ रबर बांध भी है। इन संयंत्रों में कोई ऑफसाइट अपशिष्ट जल निपटान नहीं है। यह प्रणालियाँ अत्यधिक प्रेरित, समर्पित, अच्छी तरह से प्रशिक्षित ऑपरेटरों द्वारा संचालित की जाती हैं। यह सुविधा उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखंड, छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश, पश्चिम बंगाल और ओडिशा राज्यों में यूरिया की मांग को पूरा करने के उद्देश्य से दुनिया की विश्व प्रौद्योगिकियों को एकीकृत करती है।