- हाल ही में, ‘ग्लोबल कॉन्क्लेव ऑन प्लास्टिक रीसाइक्लिंग एंड सस्टेनेबिलिटी (GCPRS)’ का उद्घाटन कहाँ किया गया? नई दिल्ली
- हाल ही में खबरों में रहा डूरंड कप किस खेल से संबंधित है? फुटबॉल
- हाल ही में केंद्र सरकार का मुख्य प्रवक्ता किसे नियुक्त किया गया है? धीरेंद्र के ओझा
- ‘जीवन समर्थ’ पहल हाल ही में किस संस्था ने शुरू की है? एलआईसी
- ब्रिटेन के संसदीय चुनावों में किस पार्टी ने जीत दर्ज की है? लेबर पार्टी
- टी-20 वर्ल्डकप जीतकर देश लौटी भारतीय क्रिकेट टीम का स्वागत मुंबई के किस स्टेडियम में किया गया? वानखेड़े स्टेडियम
- अमेरिका ने किसकी जगह दक्षिण अफ्रीका के पूर्व क्रिकेटर हिल्टन मोरिंग को राष्ट्रीय महिला और अंडर-19 टीम का कोच नियुक्त किया है? शिवनारायण चंद्रपाल
- NATO का अगला महासचिव किन्हें चुना गया है? मार्क रुटे
- हाल ही में ‘अमेरिका का स्वतंत्रता दिवस’ कब मनाया गया है? 04 जुलाई
- हाल ही में 1965 युद्ध के नायक ‘अब्दुल हमीद’ पर आधारित पुस्तक का विमोचन किसने किया है? मोहन भगवत
8 July Current Affairs Rojgar With Ankit 2024
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‘ग्लोबल कॉन्क्लेव ऑन प्लास्टिक रीसाइक्लिंग एंड सस्टेनेबिलिटी (GCPRS)’ का उद्घाटन नई दिल्ली में किया गया|
ग्लोबल कॉन्क्लेव ऑन प्लास्टिक रीसाइक्लिंग एंड सस्टेनेबिलिटी (GCPRS) का आरंभ भारत मंडपम, प्रगति मैदान, नई दिल्ली में मुख्य अतिथि श्रीमती निवेदिता शुक्ला वर्मा द्वारा उद्घाटन के साथ हुआ। प्रमुख उपस्थितियों में AIPMA और CPMA के नेता शामिल थे। वर्मा ने सहयोगी प्रयासों और प्लास्टिक अपशिष्ट प्रबंधन नियम 2016 जैसी सरकारी पहलों की आवश्यकता पर प्रकाश डाला। श्रीमती मर्सी एपाओ ने MSME के समर्थन पर जोर दिया। सम्मेलन का उद्देश्य प्लास्टिक अपशिष्ट प्रबंधन को संबोधित करना है, जिसमें भारत के उद्योग के 2033 तक 6.9 अरब डॉलर तक पहुंचने का अनुमान है।
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खबरों में रहा डूरंड कप फुटबॉल से संबंधित है|
एशिया का सबसे पुराना क्लब-आधारित फुटबॉल टूर्नामेंट, 133वां डूरंड कप, 27 जुलाई 2024 को शुरू होता है और 31 अगस्त 2024 को समाप्त होता है। मैच कोलकाता, कोकराझार, जमशेदपुर और शिलांग में आयोजित किए जाएंगे, जिसमें जमशेदपुर पहली बार मेजबानी करेगा। टूर्नामेंट में इंडियन सुपर लीग, आई-लीग और सशस्त्र बलों की 24 टीमें हिस्सा लेंगी। उद्घाटन मैच, सेमीफाइनल और फाइनल कोलकाता में होंगे। मोहन बागान सुपर जायंट मौजूदा चैंपियन है।
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केंद्र सरकार का मुख्य प्रवक्ता धीरेंद्र के ओझा को नियुक्त किया गया है|
भारतीय सूचना सेवा (आईआईएस) के वरिष्ठ अधिकारी धीरेंद्र के ओझा को केंद्र सरकार का प्रमुख प्रवक्ता नियुक्त किया गया. साल 1990 बैच के अधिकारी ओझा, प्रेस सूचना ब्यूरो के प्रधान महानिदेशक का प्रभार भी संभालेंगे|
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'जीवन समर्थ' पहल हाल ही में एलआईसी संस्था ने शुरू की है|
भारतीय जीवन बीमा निगम (एलआईसी) ने हाल ही में इन नई पहल 'जीवन समर्थ' (Jeevan Samarth) लांच की है| इसके लिए एलआईसी ने एक वैश्विक परामर्श फर्म के साथ साझेदारी की है जो एंड-टू-एंड आधार पर इस पहल के लिए सहयोग करेगी| वर्तमान में एलआईसी के मुख्य कार्यकारी अधिकारी और प्रबंध निदेशक सिद्धार्थ मोहंती है|
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ब्रिटेन के संसदीय चुनावों में लेबर पार्टी ने जीत दर्ज की है|
ब्रिटेन के संसदीय चुनाव में लेबर पार्टी भारी जीत की ओर बढ़ रही है. लेबर पार्टी के नेता कीर स्टार्मर निवर्तमान प्रधान मंत्री ऋषि सुनक की कंजर्वेटिव पार्टी को हराकर ब्रिटेन के अगले प्रधानमंत्री बनने के लिए तैयार हैं| अभी तक के परिणामों में लेबर पार्टी ने 650 में से 326 सीटें जीत ली हैं|
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कजाकिस्तान की राजधानी अस्ताना में शंघाई शिखर संगठन (SCO) की सालाना बैठक चल रही है। भारत इसका पूर्ण सदस्य 9 जून 2017 को बना था|
जाकिस्तान की राजधानी अस्ताना में शंघाई सहयोग संगठन के वार्षिक सम्मेलन का आयोजन किया गया है। इस सम्मेलन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भाग लेना था, लेकिन अंतिम समय में उनका प्रतिनिधित्व विदेश मंत्री एस जयशंकर ने किया। दरअसल, भारत को शक था कि चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग पश्चिमी देशों के साथ बढ़ते तनाव के बीच इस मंच का उपयोग अपने हितों को साधने और बेल्ट एंड रोड इनिशिएटिव को बढ़ावा देने के लिए कर सकता है। हुआ भी यही, एससीओ के मंच पर चीन और रूस के बीच अपने प्रभाव का विस्तार करने की होड़ देखने को मिली।
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टी-20 वर्ल्डकप जीतकर देश लौटी भारतीय क्रिकेट टीम का स्वागत मुंबई के वानखेड़े स्टेडियम में किया गया|
4 जुलाई का दिन भारतीय क्रिकेट फैंस के लिए यादगार रहा। टी-20 वर्ल्ड कप की घर वापसी जो हुई। 2007 में पहले टी-20 वर्ल्ड कप का खिताब जीतने वाली टीम इंडिया दूसरी बार ट्रॉफी लेकर लौटी। फिर क्या था...17 साल इस ट्रॉफी की ओर टकटकी लगाए बैठे भारतीय फैंस अपने चहेते स्टार्स के स्वागत के लिए दिल्ली से लेकर मुंबई तक की सड़कों पर उतर आए। इस जीत का सेलिब्रेशन 16 घंटे तक चला। रोहित की ब्रिगेड बारबाडोस से गुरुवार सुबह 6.10 बजे दिल्ली एयरपोर्ट पर उतरी तो फैंस स्वागत के लिए उमड़ आए। इसके बाद टीम PM नरेंद्र मोदी से मिली। फिर टीम मुंबई पहुंची। मरीन ड्राइव पर फैंस स्वागत के लिए बारिश के बीच 6 घंटे सड़क पर खड़े रहे। जश्न रात 10 बजे तक चला। 16 घंटे तक चले सेलिब्रेशन में कई फैंस की हालत बिगड़ गई। कुछ घायल भी हुए। मुंबई पुलिस ने कहा कि 10 फैंस को इलाज के लिए अस्पताल ले जाया गया था, जिनमें से दो लोगों को भर्ती कर लिया गया है। एक को फ्रैक्चर और दूसरे को सांस लेने में दिक्कत हो रही है।
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अमेरिका ने शिवनारायण चंद्रपाल की जगह दक्षिण अफ्रीका के पूर्व क्रिकेटर हिल्टन मोरिंग को राष्ट्रीय महिला और अंडर-19 टीम का कोच नियुक्त किया है|
वेस्टइंडीज के पूर्व दिग्गज बल्लेबाज शिवनारायण चंद्रपॉल को अमेरिकन क्रिकेट में अहम जिम्मेदारी सौंपी गई है। चंद्रपॉल को अमेरिका की महिला क्रिकेट टीम के साथ ही अंडर-19 टीम का हेडकोच बनाया गया है। चंद्रपॉल को डेढ़ साल का कार्यकाल दिया गया है जिसकी शुरुआत बीते रविवार से हो गई है।
उन्होंने अपने कार्यकाल की शुरुआत अंडर-19 टीम के साथ की है जो टी-20 चैंपियनशिप खेलने वाली है। मेरा लक्ष्य टीम को विश्व कप तक ले जाने का रहेगा- चंद्रपॉल महिला क्रिकेट टीम का कोच बनने के बाद चंद्रपाल ने खुशी जाहिर की है। उनका कहना है कि वह महिला क्रिकेट के काफी बड़े समर्थक हैं। उन्होंने आगे कहा "अमेरिका का निवासी होने के कारण मैं यहां की क्रिकेट में काफी ज्यादा शामिल रहा हूं। मैं अपने 20 से अधिक सालों के अनुभव को लगाना चाहूंगा। मैं कोशिश करूंगा कि टीम को आने वाले सालों में विश्व कप तक लेकर जाऊं
कोचिंग में अनुभव हासिल कर रहे हैं चंद्रपॉल
2016 में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट को अलविदा कहने के बाद चंद्रपॉल लंबे समय तक खेल से दूर रहे थे। हालांकि, पिछले साल उन्होंने कोचिंग के साथ दोबारा वापसी की थी। पिछले साल नवंबर में उन्हें वेस्टइंडीज की अंडर-19 टीम का बल्लेबाजी सलाहकार बनाया गया था।
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NATO का अगला महासचिव मार्क रुटे को चुना गया है|
संयुक्त राज्य अमेरिका के नेतृत्व वाले पश्चिमी सैन्य गठबंधन उत्तरी अटलांटिक संधि संगठन (नाटो) ने नीदरलैंड के प्रधान मंत्री मार्क रुटे को अगले महासचिव के रूप में नियुक्त किया है। नाटो के 32 सदस्यों ने 26 जून को ब्रुसेल्स, बेल्जियम में अपने मुख्यालय में आयोजित एक बैठक में मार्क रुटे की उम्मीदवारी को मंजूरी दे दी। मार्क रूट नॉर्वे के वर्तमान महासचिव जेन्स स्टोलटेनबर्ग का स्थान लेंगे। नॉर्वे के पूर्व प्रधानमंत्री जेन्स स्टोलटेनबर्ग को 1 अक्टूबर 2014 को नाटो महासचिव नियुक्त किया गया था। पिछले 10 वर्षों से नाटो के महासचिव रहे जेन्स स्टोलटेनबर्ग की सेवानिवृत्ति के बाद मार्क रूट 1 अक्टूबर 2024 को अपना पद ग्रहण करेंगे। रूटे का नाटो महासचिव तक का रास्ता मार्क रुटे ने पिछले साल नीदरलैंड में अपनी गठबंधन सरकार के पतन के बाद नाटो महासचिव के लिए अपना नामांकन दाखिल किया था। इस पद के लिए उनके प्रतिद्वंद्वी रोमानियाई राष्ट्रपति क्लॉस इओहानिस थे। मार्क रुटे को अधिकांश सदस्य देशों का समर्थन हासिल था सिवाय हंगरी और तुर्की के। बाद में हंगरी और तुर्की ने मार्क रूटे की उम्मीदवारी पर अपनी आपत्तियां वापस ले ली और उसके बाद रोमानियाई राष्ट्रपति क्लॉस इओहानिस ने भी अपनी उम्मीदवारी वापस ले ली। इस प्रकार, नाटो महासचिव के दौड़ में सिर्फ एकमात्र उम्मीदवार मार्क रूटे रह गए जिन्हें सर्वसम्मति से नाटो का महासचिव नियुक्त किया गया। नाटो महासचिव का कार्यकाल और कार्य नाटो महासचिव का पद का सृजन 1952 में किया गया था। यूनाइटेड किंगडम के लॉर्ड हेस्टिंग्स लियोनेल इस्मे को इसके पहले महासचिव (1952-57) के रूप में नियुक्त किया गया था। महासचिव आम तौर पर एक वरिष्ठ यूरोपीय राजनेता होता है जिसे नाटो के सदस्यों द्वारा सर्वसम्मति से नियुक्त किया जाता है। महासचिव का कार्यकाल चार वर्ष का होता है और उन्हें पुनः नियुक्त किया जा सकता है। महासचिव नाटो का शीर्ष सिविल सेवक है। वह नाटो के प्रमुख प्रवक्ता हैं। वह नाटो की सर्वोच्च राजनीतिक निर्णय लेने वाली संस्था, उत्तरी अटलांटिक परिषद के अध्यक्ष हैं। वह गठबंधन की अन्य वरिष्ठ निर्णय लेने वाली समितियों की अध्यक्षता भी करते हैं। वह संगठन में परामर्श और निर्णय लेने की प्रक्रिया के लिए जिम्मेदार है और साथ ही यह भी सुनिश्चित करना की संगठन द्वारा लिए गए सभी निर्णयों का कार्यान्वयन हो | नाटो के बारे में उत्तरी अटलांटिक संधि संगठन एक पश्चिमी सैन्य गठबंधन है जिसकी स्थापना दौरान संयुक्त राज्य अमेरिका के नेतृत्व वाले पश्चिमी देशों और सोवियत संघ के नेतृत्व वाले पूर्वी यूरोपीय कम्युनिस्ट देशों के बीच शीत युद्ध के दौरान हुई थी। नाटो का प्राथमिक उद्देश्य सोवियत संघ और उसकी साम्यवादी विचारधारा को यूरोप में फैलने से रोकना था। 4 अप्रैल 1949 को, संयुक्त राज्य अमेरिका के वाशिंगटन डी.सी. में एक आयोजित शिखर बैठक में 12 देश- संयुक्त राज्य अमेरिका, कनाडा, बेल्जियम, डेनमार्क, फ्रांस, आइसलैंड, इटली, लक्ज़मबर्ग, नीदरलैंड, नॉर्वे, पुर्तगाल और यूनाइटेड किंगडम, संयुक्त राज्य अमेरिका के शीर्ष नेता मिले और एक पारस्परिक रक्षा संधि पर हस्ताक्षर किए। यह रक्षा संधि, जिसे उत्तरी अटलांटिक संधि या वाशिंगटन संधि के रूप में भी जाना जाता है, नाटो की स्थापना का कारण बनी। नाटो एक सामूहिक रक्षा संधि है जिसमें एक सदस्य देश पर हमला अन्य देशों को उस सदस्य देश की रक्षा करने के लिए बाध्य करता है जिस पर हमला किया गया है। यही मुख्य कारण है कि यूक्रेन नाटो का सदस्य बनना चाहता है। बाद में, संगठन की सदस्यता बढ़ा दी गई और वर्तमान में इसके 32 सदस्य हैं। स्वीडन नाटो का 32वां सदस्य है, जो 7 मार्च 2024 को शामिल होगा।
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