लोकप्रिय भरतनाट्यम और कुचिपुड़ी नृत्यांगना यामिनी कृष्णमूर्ति (84) का निधन हो गया है। भरतनाट्यम और कुचिपुड़ी नृत्य से भारत की ख्याति को पूरी दुनिया में फैलाने वाली यामिनी आंध्र प्रदेश से जुड़ी एक तेलुगु अभिनेत्री थीं। उनका जन्म 1940 में आंध्र प्रदेश के मदनपल्ले में कृष्णमूर्ति दंपति के घर हुआ था। यामिनी ने बहुत कम उम्र में पहली बार चेन्नई में कलाक्षेत्र की संस्थापक रुक्मिणी अरुंडेल से भरतनाट्यम का प्रशिक्षण लिया। उन्होंने लगन से नृत्य का अध्ययन किया और 1956 में अपना पहला नृत्य प्रदर्शन दिया था।
1968 में पद्मश्री,
2001 में पद्म भूषण और
2016 में पद्म विभूषण से सम्मानित
श्रीवेंकटेश्वर विश्वविद्यालय से डॉक्टरेट की उपाधि से नवाजी गईं यामिनी को केंद्र सरकार ने 1968 में पद्मश्री, 2001 में पद्म भूषण और 2016 में पद्म विभूषण से सम्मानित किया था। यामिनी ने दिल्ली में ‘यामिनी स्कूल ऑफ डांस’ की स्थापना की और कई युवाओं को भरत नाट्यम और कुचिपुड़ी नृत्य में प्रशिक्षित किया। उन्होंने ‘ए पैशन फॉर डांस’ नामक भी पुस्तक लिखी।
यामिनी कृष्णमूर्ति किस मंदिर की रेजिडेंट डांसर थी|