भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) के पूर्व गवर्नर, रघुराम राजन ने अर्थशास्त्री रोहित लांबा के साथ मिलकर ‘ब्रेकिंग द मोल्ड: रीइमेजिनिंग इंडियाज इकोनॉमिक फ्यूचर’ नामक एक अभूतपूर्व पुस्तक जारी की है।
राजन के साहित्यिक योगदान में यह नवीनतम जुड़ाव भारत के आर्थिक प्रक्षेप पथ की संभावनाओं और चुनौतियों में एक महत्वपूर्ण अन्वेषण का प्रतीक है। वैश्विक और भारतीय अर्थव्यवस्था में अपनी गहन अंतर्दृष्टि के लिए प्रसिद्ध रघुराम राजन ने ‘फॉल्ट लाइन्स: हाउ हिडन फ्रैक्चर्स स्टिल थ्रेटन द वर्ल्ड इकोनॉमी’ जैसी प्रभावशाली किताबें लिखी हैं, जिसने फाइनेंशियल टाइम्स बिजनेस बुक ऑफ द ईयर पुरस्कार जीता है।
उनके अन्य उल्लेखनीय कार्यों में ‘आई डू व्हाट आई डू: ऑन रिफॉर्म, रेटोरिक एंड रिजॉल्व’ और ‘सेविंग कैपिटलिज्म फ्रॉम द कैपिटलिस्ट्स’ शामिल हैं, जो लुइगी ज़िंगालेस के साथ सह-लेखक हैं।