राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने नई दिल्ली में वार्षिक जनजातीय- आदि महोत्सव का उद्घाटन किया। नई दिल्ली के मेजर ध्यान चन्द स्टेडियम में, वार्षिक राष्ट्रीय जनजातीय महोत्सव के उद्घाटन समारोह में उन्होंने कहा कि आदि महोत्सव जनजातीय संस्कृति और विरासत का अनूठा संगम है। उन्होंने कहा कि जनजातियों की भाषा, कलाकृतियां, व्यंजन, संस्कृति और पारंपरिक कला भारत की समृद्ध सांस्कृतिक धरोहर का जीवंत उदाहरण हैं। राष्ट्रपति ने इसे गर्व का विषय बताया कि एक हजार से अधिक कारीगर इस महोत्सव में हिस्सा ले रहे हैं। उन्होंने सतत विकास के लिए प्रौद्योगिकी की आवश्यकता और वंचित वर्ग के उत्थान पर जोर दिया। भारत की जनजातीय विरासत की समृद्ध विविधता को प्रदर्शित करने के उद्देश्य से जनजातीय कार्य मंत्रालय के तत्वावधान में ट्राइफेड द्वारा आदि महोत्सव का आयोजन किया जा रहा है। इस वर्ष यह महोत्सव 10 से 18 फरवरी, 2024 तक आयोजित किया जा रहा है।