दिए गए पर्यायवाची शब्दों में से वाक्य में आए रिक्त स्थान के लिए सही शब्द चुनिए। मृग——— घास खा रहा है।
शावक
बच्चा
शिशु
बछड़ा
दिए गए रिक्त स्थान में सही शब्द शावक है। मृग के पयार्यवाची शब्द हिरण, सारंग, कुरंग इत्यादि है।
‘कनफटा’ इस समास-भेद का उदाहरण है-
बहुव्रीहि
कर्मधारय
अव्ययीभाव
द्वंद्व
कनफटा-कान है फटे हुए जिसके अर्थात् गोरखपंथी साधु। कनपटा में बहुव्रीहि समास हैं। बहुवीहि समास में प्रयुक्त दोनों पदों के अलावा किसी तीसरे पद की प्रधानता होती है। जैसेचतुर्भुज-चार है भुजाएँ जिसकी (विष्णु) जलज—जल से उत्पन्न है जो (कमल) दशमुख-दस है मुख जिसके (रावण)
निम्नलिखित में से कौन-सा समास विग्रह वाला पद है?
कार्य में दक्ष
रणशूर
कलाप्रवीण
नगरप्रवेश
दिए गए विकल्पों में कार्य में दक्ष समास विग्रह वाला पद है, इसका समास पद कार्यदक्ष होगा। यह अधिकरण तत्पुरुष समास है। इस समास में ‘पर’, ‘में’, का लोप हो जाता है। जैसेवनवास-वन में वास आत्मनिर्भर-आत्म पर निर्भर पुरुषोत्तम—पुरुषों में उत्तम
रमेशचन्द्र शाह को ‘विनायक’ रचना के लिए सन् 2014 में साहित्य अकादमी पुरस्कार से सम्मानित किया गया। इस रचना की विधा है-
उपन्यास
जीवनी
कहानी
कविता
सन् 2014 में हिन्दी भाषा के लिए साहित्य अकादमी पुरस्कार रमेशचन्द्र शाह को उनके उपन्यास रचना ‘विनायक’ के लिए दिया गया। सन् 2021 में हिन्दी भाषा के लिए साहित्य अकादमी पुरस्कार, लेखिका ‘अनामिका’ को उनकी रचना ‘टोकरी में दिगन्त थेरीगाथा : 2014 ‘ के लिए मिला है।
‘हमेशा एक जैसा रहना’ अर्थ के लिए सही लोकोक्ति होगी-
सावन हरे न भादो सूखे
मुँह में राम बगल में छूरी
होनहार बिरवान के होत चीकने पात
हाथ कंगन को आरसी क्या
सावन हरे न भादो सूखे
‘दो चट्टाने’ पर साहित्य अकादमी पुरस्कार पाने वाले कवि हैं-
हरिवंश राय बच्चन
केदारनाथ अग्रवाल
नागार्जुन
मुक्तिबोध
दो चट्टानें पर साहित्य अकादमी पुरस्कार पाने वाले कवि हरिवंश राय बच्चन हैं। उन्हें सन् 1968 में हिन्दी भाषा के लिए साहित्य अकादमी पुरस्कार ‘दो चट्टाने’ के लिए दिया गया। यह उनकी कविता संग्रह है।
‘परिवर्तन, ‘परिवार’ में उपसर्ग है-
परि
पर
पर्
प्र
‘परिवर्तन’, ‘परिवार’ में ‘परि’ उपसर्ग है। उपसर्ग उस शब्दांश या अव्यय को कहते हैं जो किसी शब्द अथवा अवयव के आदि में जुड़कर उसके अर्थ में विशेषता या परिवर्तन उत्पन्न करते हैं।
वाक्य में आए रिक्त स्थान के लिए विकल्पों में से सही शब्द चुनिए-
यह कविता ——— लिखी है।
मैंने
किसने
तुम
उस
यह कविता मैंने लिखी है।
राजकुमार वर्मा ने प्रेमाख्यान परंपरा का प्रवर्तक किसे माना है?
मुल्ला दाऊद
मलिक मुहम्मद जायसी
असाइत
कुतुबन
राजकुमार वर्मा ने प्रेमाख्यान परंपरा का प्रवर्त्तक मुल्ला दाऊद को माना है।
‘उद्घाटन’ का सन्धि विच्छेद है-
उत् + घाटन
उत + घाटन
उ + घाटन
उद् + घाटन
उद्घाटन = उत् + घाटन। यह व्यंजन संधि का उदाहरण है।
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