उत्तराखंड ने 14 गंभीर रूप से संकटग्रस्त "लाल श्रेणी" पादप प्रजातियों को पुनर्जीवित (revive 14 critically endangered "Red Category" plant species) करने के लिए एक विशेष कार्यक्रम शुरू किया है| उत्तराखंड वन विभाग के अनुसंधान विंग (Research Wing of the Uttarakhand Forest Department) द्वारा जुलाई 2025 में शुरू किए गए इस कार्यक्रम का उद्देश्य चार वर्षों के वैज्ञानिक प्रसार और पारिस्थितिक मानचित्रण के बाद दुर्लभ वनस्पतियों को उनके प्राकृतिक आवासों में पुनः स्थापित करना है| यह कार्यक्रम IUCN की लाल सूची और उत्तराखंड राज्य जैव विविधता बोर्ड (Uttarakhand State Biodiversity Board) द्वारा गंभीर रूप से संकटग्रस्त, लुप्तप्राय या संवेदनशील के रूप में सूचीबद्ध 14 प्रजातियों पर केंद्रित है| इनमें हिमालयन जेंटियन, व्हाइट हिमालयन लिली, इंडियन स्पाइकेनार्ड, दून चीज़ वुड और कुमाऊँ फैन पाम (Himalavan Gentian, White Himalayan Lily, Indian Spikenard, Doon Cheese Wood, and the Kumaon Fan Palm) शामिल है|