भारत तीसरे वॉयस ऑफ ग्लोबल साउथ शिखर सम्मेलन (Global South Summit) की मेजबानी करेगा।
इस शिखर सम्मेलन का विषय - ‘सतत भविष्य के लिए एक सशक्त ग्लोबल साउथ’ (‘A Strong Global South for a Sustainable Future’)
विदेश मंत्रालय ने एक वक्तव्य में बताया कि इसमें पिछले सम्मेलनों में विश्व की विभिन्न जटिल चुनौतियों पर हुई चर्चाओं को आगे बढ़ाने का काम किया जाएगा। इन चुनौतियों में संघर्ष, खाद्य और ऊर्जा सुरक्षा संकट तथा जलवायु परिवर्तन जैसी समस्याओं से विश्व का प्रभावित होना शामिल है। सम्मेलन में ग्लोबल साउथ के देश चुनौतियों, प्राथमिकताओं तथा अल्प विकसित और विकासशील देशों की समस्याओं, विशेषकर विकास के क्षेत्रों में समाधान, तलाशने पर चर्चा करेंगे। मंत्रालय ने बताया कि पिछले दो शिखर सम्मेलनों की ही तरह यह सम्मेलन भी वर्चुअल माध्यम से आयोजित किया जाएगा। उद्घाटन सत्र में राष्ट्राध्यक्ष और शासनाध्यक्ष के स्तर का होगा, जिसकी मेजबानी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी करेंगे।