हाल ही में, नई दिल्ली में आयोजित बैटरी शिखर सम्मेलन 2025 (Battery Summit 2025) के दौरान विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह ने 'बैटरी आधार' परियोजना (‘Battery Aadhaar’ project) का शुभारंभ किया| इसे विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग (Department of Science and Technology (DST) द्वारा विकसित किया गया है| यह पहल प्रत्येक स्थानीय रूप से निर्मित बैटरी पैक को एक विशिष्ट डिजिटल पहचान (unique digital identity) प्रदान करती है, जिससे उपयोगकर्ताओं को इसकी उत्पत्ति, संरचना, प्रमाणन और प्रदर्शन (origin, composition, certifications, and performance) के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी प्राप्त करने में सहायता मिलती है|
उद्देश्य: बैटरी प्रणाली में पारदर्शिता, सुरक्षा और स्थायित्व को बढ़ावा देना|