सर्वत्र, एक मल्टीस्पैन मोबाइल ब्रिजिंग सिस्टम है जिसे रक्षा मंत्रालय के तहत रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (डीआरडीओ) के आर्मामेंट एंड कॉम्बैट इंजीनियरिंग सिस्टम्स (एसीई) द्वारा डिजाइन और विकसित किया गया है। सर्वत्र प्राकृतिक आपदाओं के दौरान दो क्षेत्रों के बीच मजबूत कनेक्टिविटी सुनिश्चित करने, बहते पानी पर पुल बनाने में सेना की सहायता करता है।
सर्वत्र के प्रकार -भारतीय सेना सर्वत्र के दो वेरिएंट, 15 मीटर और 20 मीटर ब्रिज सिस्टम का उपयोग करती है। "20 मीटर पुल को 100 मीटर के अंतर को निर्बाध रूप से भरने के लिए डिज़ाइन किया गया है।" रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) :
रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन भारत में देश की रक्षा से संबंधित अनुसंधान करने वाली प्राथमिक एजेंसी है। यह रक्षा मंत्रालय की सहायक इकाई के रूप में कार्य करती है।
डीआरडीओ की स्थापना 1958 में भारतीय सेना के मौजूदा तकनीकी विकास प्रतिष्ठानों (टीडीई), तकनीकी विकास और उत्पादन निदेशालय (डीटीडीपी) और रक्षा विज्ञान संगठन (डीएसओ) को मिलाकर की गयी थी।
DRDO का प्राथमिक कार्य उन्नत सेंसर, हथियार और उपकरण का डिजाइन, विकास और निर्माण करना है। इसके अतिरिक्त, यह सुरक्षा बलों की क्षमताओं को बढ़ाने के लिए अनुसंधान भी करता है।